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Showing posts from November, 2021

RSS प्रमुख मोहन भागवत की कक्षा में संपादक संपादिकाएं

बीते हफ्ते खबरिया चैनलों के तमाम एंकर एंकराओं में लाइब्रेरी जाने और किताबें पढ़ने का क्रैश कोर्स करने की होड़ लग गई. दरअसल किसानों के नेता योगेंद्र यादव ने रूबिका लियाक़त को आइना दिखा दिया पहल रूबिका लियाक़त ने की, योगेंद्र यादव पर व्यंग्य का बाउंसर मार कर. जवाब में योगेंद्र यादव ने फ्रंटफुट पर आकर सीधे रूबिका के सिर के ऊपर से लालित्यपूर्ण छक्का मार दिया. एंकर एंकराओं का एक क्रैश कोर्स इसी दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सानिध्य में भी हुआ इस क्रैश कोर्स की एक फोटो सामने आई जिसमें सुदर्शन टीवी वाले सुरेश चह्वाणके, आज तक के एंकर सईद अंसारी, नेटवर्क 18 समूह के मैनेजिंग एडिटर ब्रजेश कुमार सिंह, एबीपी न्यूज के एंकर सुमित अवस्थी, इंडिया टुडे के गौ रव सांवत, टाइम्स नेटवर्क ग्रुप की नविका कुमार, एबीपी न्यूज के विकास भदौरिया, न्यूज24 की एडिटर अनुराधा प्रसाद और आजतक के न्यूज़ डायरेक्टर सुप्रिय प्रसाद नज़र आए. उत्तर प्रदेश के चुनाव से ठीक पहले संघ प्रमुख के साथ खबरिया चैनलों के एंकर एंकराओं की मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं. हमने भागवतजी की कक्षा में शामिल हुए एंकर एंकराओं से बात की त

NL Interview: Sophie Zhang on what it took to become a Facebook whistleblower

Sophie Zhang is a former data scientist at Facebook, now Meta, who published a series of articles in the Guardian on the social media platform’s fake engagement accounts. She alleged these often lead to interference in political elections. In this interview with Chitranshu Tewari, Sophie describes the suspicious patterns of behaviour she observed in 2019 with respect to India. On the company’s reluctance to act on matters involving fake accounts in India, she points at “political pressure and the general lack of motivation of the company to police its own system”. “The fact that we have such high expectations of Facebook...is perhaps a statement on the public relations that it enjoys,” she says. She also talks about the impact of her whistleblowing on her personal life, and what motivates her to keep speaking out. “It’s been an exhausting few years,” she says. “I put up with it because it’s important.” Watch. source https://www.newslaundry.com/2021/11/30/nl-interview-sophie-zh

राकेश टिकैत: एक साल बेहद दुखद रहा, हर रोज करीब दो किसानों की मौत हुई

26 नवंबर को किसानों को दिल्ली की सीमओं पर आए एक साल पूरा हो गया है. उससे पहले ही 19 नवंबर को देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की. जिसके बाद लगा कि प्रदर्शन कर रहे किसान वापस अपने घरों को लौट जाएंगे, पर ऐसा नहीं हुआ. इस एक साल के सफर को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत दुखद बताते हुए कहते हैं, ‘‘यह समय बेहद दुखद रहा. हर रोज करीब दो किसानों की मौत हुई है. यह दुखद घटनाएं हैं. कोई आंदोलन एक साल नहीं चलता है. नाराजगी है हम लोगों में.’’ आंदोलन कब तक खत्म होगा इसे लेकर टिकैत कहते हैं, ‘‘एमएसपी पर कानून एक बड़ा मसला है. इसके अलावा हमारे 700 किसान शहीद हो गए, उनके बारे में सरकार कुछ सोचे. अगर सरकार हमारी बात मान लेती है तो आंदोलन खत्म हो जाएगा. सरकार कब तक मानेगी ये हमें नहीं पता पर जितना भी समय लगे उस वक्त तक आंदोलन चलता रहेगा.’’ कानूनों को वापस लेने की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के कुछ किसानों को हम समझा नहीं पाए. इस पर टिकैत न्यूज़लॉन्ड्री से कहते हैं, ‘‘हम भी कुछ मंत्रियों

As proof of raising funds for terror, UP STF points to cash transfer of Rs 20,000 in Kappan case

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This is the seventh part of Newslaundry ’s ongoing series on the case against journalist Siddique Kappan. You can read the previous parts here . Kappan and three others were arrested at a toll plaza in Mathura on October 5, 2020, when he was on his way to Hathras. According to the first information report filed by the UP police on October 7, Kappan has been charged under sections 124A (sedition), 153A (promoting enmity) and 295A (deliberate and malicious acts intended to outrage religious feelings), in addition to provisions of the Unlawful Activities (Prevention) Act and the Information Technology Act. Based on an examination of the chargesheet by defence lawyer Madhuvan Dutt Chaturvedi, Newslaundry has learnt that among the findings that led the UP Police’s special task force to conclude Kappan was “part of PFI [Popular Front of India] delegation which was on its way to Hathras on 5 October to incite violence” is a cash transfer of Rs 20,000 on October 4, 2020. The PFI has denie

एनएल सारांश: जानिए दिल्ली में नई शराब नीति से क्या-क्या बदल जाएगा?

दिल्ली में, 10 नवंबर से नई आबकारी नीति लागू हो गई है, जिसके बाद राज्य में शराब की बिक्री पूरी तरह निजी हाथों में चली गई. नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली को कुल 32 जोन और 272 वार्ड में बांटकर, 849 लाइसेंस आवंटित किए जाएंगे. इसके तहत प्रत्येक जोन में 26-27 दुकानें संचालित की जाएंगी. वहीं प्रत्येक वॉर्ड में दो खुदरा दुकानें अनिवार्य रूप से होंगी. माना जा रहा है कि इससे दिल्ली के हर मोहल्ले में शराब की दुकानें खुल जाएंगी. यही नहीं अब नई वाइन पॉलिसी के चलते लोगों को कई बदलाव देखने को मिलेंगे. दुकानों के डिजाइन से लेकर, समय सीमा और अब 21 साल तक के युवा भी आपको वाइन शॉप पर नजर आएंगे. यानी दिल्ली की शराब नीति अब पूरी तरह से बदल चुकी है. इस एनएल सारांश में, हम आपको इन्हीं सभी जानकारियों से रूबरू कराएंगे. देखिए पूरा वीडियो . Also Read: दिल्ली में 104 करोड़ रुपए के तिरंगा झंडा लगवा रही केजरीवाल सरकार Also Read: अलीगढ़ शराब कांड: “मेरे लिए अब हमेशा रात है” source https://hindi.newslaundry.com/2021/11/30/nl-saransh-delhi-new-liquor-policy

The two-way street between Reliance and the Mumbai police

Altamount Road in south Mumbai, with its green canopy and elegant bungalows, is often referred to as India's Billionaires' Row. Looming over it is the 27-storey Antilia, the second most expensive house in the world and the family home of Mukhesh Ambani, chairman of Reliance Industries Limited and the wealthiest man in India. On February 25, Ambani suffered a security scare when a dusty SUV, with a fake number plate, a threatening note and 20 gelatin sticks, was found parked just 350 metres away from Antilia. In March, the case was handed over from the local police to the National Investigation Agency, which, over the course of its probe, uncovered an alleged extortion conspiracy carried out by Mumbai police personnel who tried to cover their tracks by committing murder. In September, NIA filed a chargesheet naming four dismissed Mumbai police personnel and a retired assistant commissioner of police among the 10 accused. The incident was an embarrassment for the Mumbai polic

1232km: यह पुस्तक आपको पाठक नहीं, यात्री बनाती है

“सा” से “नी” तक सात सुर, सात सुरों का राग, उतना ही संगीत तुझमें, जितनी तुझमें आग.....! " निदा फ़ाज़ली के इस दोहे में संगीत के जिन सात सुरों की बात कही गई है, वे सात सुर ब्रह्मांड की हर ध्वनि का प्रतिनिधित्व करते हैं. इन्द्रधनुष के सात रंग दुनिया के हर रंगों को दर्शाते हैं. इसी तरह से विनोद कापड़ी की किताब "1232km" के सातों प्रमुख किरदार देश के उन लाखों प्रवासी मजदूरों के चेहरे हैं, जो अलग-अलग कोने से, विभिन्न शहरों से पैदल, साइकिल से पलायन करने को मजबूर हो गये, जब देश के प्रधानसेवक ने अचानक से लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी. बचपन में जब साइकिल चलानी सीखी तो जो सबसे प्रमुख जिम्मेदारी का काम पहले-पहल मुझे दादी ने सौंपा, वो था गेहूं पिसवाने के लिए चक्की तक ले जाना. चक्की बगल वाले गाँव में थी, जिसके रास्ते में कुछ एरिया ऐसा पड़ता था जो सूनसान होता. ऐसा कई बार हुआ है कि उसी जगह पर पहुंचकर या तो बोरी साइकिल से गिरकर कहीं-कहीं से फट जाती, या उसको बांधने वाली रस्सी टूट जाती. और उस समय जो बेचारगी और बेबसी महसूस होती कि कुछ न सूझता. इस पुस्तक को पढ़ते समय जब यह प्रसंग आया कि ये सभी

एनएल सारांश: आकासा एयरलाइन के जरिए आसमान में उड़ने की तैयारी में राकेश झुनझुनवाला

भारत में तेजी से बढ़ते एयरलाइंस व्यवसाय के बीच एक नए खिलाड़ी के तौर पर राकेश झुनझुनवाला की एंट्री हुई है. भारत के वारेन बफेट कहे जाने वाले झुनझुनवाला इंडिगो एयरलाइन के पूर्व अध्यक्ष आदित्य घोष और जेट एयरवेज के पूर्व सीईओ विनय दुबे के साथ इस एयरलाइन का शुरुआत कर रहे है. कंपनी ने अपने परिचालन की शुरुआत करने के लिए हाल ही में बोइंग को 70 विमानों का आर्डर दिया है. भारत सरकार से एनओसी मिलने के बाद अब साल 2022 की गर्मियों से कंपनी काम करना शुरु कर देगी. एनएल सारांश के इस एपिसोड में हम आपको बताएंगे कि कौन हैं राकेश झुनझुनवाला, क्या है उनकी आकासा एयरलाइन और शेयर बाजार से राकेश झुनझुनवाला कितना कामते हैं. देखिए पूरा वीडियो . Also Read: एनएल एक्सक्लूज़िव: रेल मंत्री के हवाई शौक Also Read: सुशांत मास्टर की अशांत पाठशाला source https://hindi.newslaundry.com/2021/11/29/nl-saransh-akasa-airline-rakesh-jhunjhunwala

Will Tamil Nadu’s proposed organised crime law help crack down on Chennai’s gangs?

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October 2, 2020: K Rajesh, 45, a lawyer based in Chennai, was hacked to death in front of his home. His death was attributed to a “gang war”; Rajesh was described by the police as being part of a gang who used his political connections to “hide illegal activities”. The prime suspect in the case was speedily arrested but he’s now out on bail. June 20, 2018: K Murali, 41, was murdered by five men while serving a prison sentence at Chennai’s Puzhal Jail. Murali had multiple cases against him, including three charges of murder and three charges of attempt to murder, and was an alleged “gangster”. According to the police, his murder was planned by Vyasarpadi Nagendran, a gangster and fellow inmate at Puzhal Jail. These are gruesome crimes but they’re par for the course in Chennai, where “gangsterism” thrives in the absence of stringent laws. For instance, the main accused in Rajesh’s murder, Sulchi Suresh, was detained at least four times under the “Goondas Act”, otherwise known as the

बलवीर सिंह राजेवाल: ‘किसानों की चिंता में नहीं, यूपी में हार के डर से पीएम ने कृषि कानूनों को लिया वापस’

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तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसान आंदोलन को एक साल पूरा हो चुका है. इसी बीच 19 नवंबर की सुबह अचानक से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हें वापस लेने की घोषणा कर दी. जिसके बाद अनुमान लगाया जाने लगा था कि अब किसान अपने-अपने घरों को लौट जाएंगे पर ऐसा नहीं हुआ और आंदोलन जारी है. आंदोलन को लेकर भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) के अध्यक्ष बलवीर सिंह राजेवाल कहते हैं, ‘‘तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की गई, कैबिनेट ने भी इसकी मंजूरी दे दी है लेकिन हम तब तक बैठे रहेंगे जब तक संसद में इसे वापस नहीं ले लिया जाता है. इसके अलावा हमारी कुछ मांगे हैं जिनपर स्थिति स्पष्ट नहीं है. जैसे एमएसपी पर कमेटी बनाने का ऐलान तो हो गया. उसकी संरचना क्या होगी. यह अभी नहीं पता.’’ राजेवाल आगे कहते हैं, ‘‘इसके अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में हजारों किसानों पर मामले दर्ज हुए हैं. उसपर भी कोई फैसला नहीं हुआ. अभी तक 700 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं. उनके परिजनों के पुनर्वास के लिए लिए सरकार क्या देगी. यह

Sansad Watch Ep 18: Five things to keep an eye on during Winter Session 2021

The winter session of Parliament commences today and there's a lot for our MPs and government to do. In its tentative agenda, the government has listed 26 legislations that will be introduced, considered and passed in the session. While the repeal of the three farm laws is one of them, there are other bills worth watching out for too. We've picked five proposed laws to keep an eye on this session and we tell you what they're all about. References Bulletin II by Lok Sabha Secretariat For more info on bills, PRS Legislative Research Bill Track Also Read: Farm laws fiasco: Two years of lost opportunity and lessons in how not to make policy source https://www.newslaundry.com/2021/11/29/sansad-watch-ep-18-five-things-to-keep-an-eye-on-during-winter-session-2021

Daily Dose Ep 908: New Covid variant, Narendra Singh Tomar on farmer protests, Andhra Pradesh rains

Diksha Munjal brings you the news from Delhi, Uttar Pradesh, Manipur, Mumbai and Beirut. Produced by Brien Benny, edited by Dipanshu Bisht. Research assistance by Vartika Walani. source https://www.newslaundry.com/2021/11/27/daily-dose-ep-908-new-covid-variant-narendra-singh-tomar-on-farmer-protests-andhra-pradesh-rains

न्यूज़ पोटली 184: गरीबी में पहले नंबर पर उत्तर प्रदेश और रूस के राष्ट्रपति पुतिन 6 दिसंबर को आएंगे भारत

नीति आयोग की रिपोर्ट में गरीबी में टॉप पांच राज्यों में से चार बीजेपी शासित, बीते 24 घंटे में कोरोना के 8 हजार 318 नए मामले आए सामने, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दलित परिवार के चार लोगों की हत्या में 11 पर एफआईआर और आठ गिरफ्तार, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से अपने-अपने घरों की तरफ लौटने की अपील की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 6 दिसंबर को होने वाले 21वें भारत रूस सालाना समिट में भाग लेने आएंगे भारत. होस्ट- अवधेश कुमार प्रोड्यूसर- तहरीम रौशन एडिटिंग- सैफ अली *** आप इन चैनलों पर भी सुन सकते हैं न्यूज़ पोटली : Apple Podcasts | Google Podcasts | Spotify | Castbox | Pocket Casts | TuneIn | Stitcher | Breaker | Overcast | JioSaavn | Podcast Addict | Headfone न्यूज़लॉन्ड्री और टीमवर्क आर्ट्स का वार्षिक न्यूज़ मीडिया फोरम, द मीडिया रंबल 2021 के सभी सेशन को अब आप हमारी वेबसाइट पर देख और सुन सकते हैं. Also Read: गाजीपुर बॉर्डर: भीख नहीं हक मांग रहे हैं इसलिए 11-12 साल तक भी यहां रुक सकते हैं Also Read: कृषि कानूनों की वापसी के बीच किसान आंदोलन क

‘An unending loop’: How non-payment of salaries is a recurring issue for Kasturba hospital’s doctors

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“For the past seven years, we have been getting irregular salaries,” said Sunil Kumar. “Every two or three months, we have to stage a protest such as this, to make our voices heard. And still, our voices have not impacted neither the Delhi government nor the municipality.” Kumar is the president of the Kasturba hospital’s Resident Doctors’ Association, a group of around 60 junior and senior resident doctors. Since November 23, doctors at the hospital in Delhi’s Daryaganj have been on strike over the non-payment of their salaries. A similar strike is underway at the Hindu Rao hospital. Both hospitals are run by the North Delhi Municipal Corporation, or North MCD, which is governed by the Bharatiya Janata Party. The RDA’s strike notice, issued on November 22, announced a “pen-down strike” for three hours everyday between 9 am and noon. Additionally, the Municipal Corporation Doctors’ Association announced yesterday that it will go on an “indefinite strike” from November 29. This str

Reporter’s diary: Tripura government’s allergic reaction to journalism

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Hurijala village is settled 60 km outside Agartala in Tripura. Nestled between sweeping rice fields and a verdant hillscape, it is home to 900 families, mostly Banglaphones, and a small market called Dargah Bazar. I arrived in Hurijala on the evening of November 14. A day before, the ministry of home affairs had claimed that there had been “no reported case of damage to the structure of any masjid in Tripura in the recent past”. Media reports, however, claimed the opposite: a mosque near Dargah Bazar had been burnt down in the early hours of October 20. On the ground, the reports turned out to be true. The fire consumed the mosque and, as the FIR noted, “gutted” the structure and “all the articles fully burned”. As I began interviewing locals, the police and CRPF personnel began trickling in. First came Mizanur Rahman, the station house officer of the Kakraban police station, followed by Dhruba Nath, the area’s sub divisional police officer, or SDPO. The charred remains of the D

Reporters Without Orders Ep 195: UP’s cow protection schemes, Sudhir Chaudhary’s UAE controversy

This week, host Basant Kumar is joined by IndiaSpend ’s principal correspondent Ranvijay Singh and Newslaundry ’s Tanishka Sodhi. Ranvijay explains his report on Uttar Pradesh’s initiatives to protect cows, and how caretakers of the cattle in reality receive inadequate funds to run shelters, leading to the animals being abandoned. “Dying cows is more like a routine now,” he says, “and not news.” The conversation shifts to Tanishka’s report on Zee News chief Sudhir Chaudhary being invited to speak at an event in Abu Dhabi, and the controversy that followed. Tanishka explained that some sections, including UAE princess Hend Al Qassimi, found “Sudhir’s coverage Islamophobic and inciting communal tension on many levels”. She also talked about her coverage of the Gurugram namaz issue. This and a lot more as they talk about what made news, what didn’t, and what shouldn’t have. Tune in. Recommendations Ranvijay Colony Basant भुगतान में देरी, कम मूल्य से परेशान यूपी की गोवंश सहभा

एनएल चर्चा 193: क्रिप्टोकरेंसी पर संसद में बिल और मोहन भागवत से साथ टीवी पत्रकारों की बैठक

एनएल चर्चा के इस अंक में विशेषतौर पर क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बातचीत हुई. साथ ही किसान आंदोलन के एक साल पूरा होने, उत्तर प्रदेश में सरकारी खर्च पर पार्टी का प्रचार, जनसंख्या वृद्धि दर में आई कमी, महंगाई और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की टीवी मीडिया के पत्रकारों से मुलाकात आदि मुख्य विषय रहे. इस बार चर्चा में बतौर मेहमान क्रिप्टो इंडिया के सह संस्थापक आदित्य सिंह शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री के एसोसिएट एडिटर मेघनाद एस और सह संपादक शार्दूल कात्यायन भी चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन कार्यकारी संपादक अतुल चौरसिया ने किया. क्रिप्टोकरेंसी पर विस्तृत चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल ने कहा, “इस समय पूरी दुनिया में क्रिप्टो का चलन बढ़ गया है. बढ़ी संख्या में लोग इसमें निवेश कर रहे है. बतौर बिगिनर यह उन लोगों की तरफ से सवाल है जो इसे ठीक से नहीं समझते. क्या है क्रिप्टो करेंसी? और यह बाक़ी अन्य पांरपरिक संपत्तियों, करेंसी से यह अलग कैसे है? इसका कोई भौतिक रूप हमें दिखाई नहीं देता." इस सवाल पर आदित्य कहते हैं, "हमारे बुज़ुर्ग हमेशा कहते रहे हैं कि सोना-चांदी जमा करो क्योंकि यह ऐ