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Showing posts from August, 2022

Competition watchdog may get in the way of proposed Zee-Sony merger

The Competition Commission of India has sent a notice to Sony and Zee networks over the possibility of their proposed India merger hurting competition through “unparalleled bargaining power”, according to a Reuters report . In a 21-page notice, the watchdog said the proposed deal would place the combined entity in a "strong position" with around 92 channels in India. “Such apparently humongous market position would enable the combined entity to enjoy an unparalleled bargaining power," the CCI observed, adding the networks could increase the price of channel packages. Noting that its initial review merits further investigation, the commission gave the two companies 30 days from August 3 to respond. The Indian unit of Japan’s Sony and Zee Entertainment had in December decided to merge their media assets to create a powerhouse in a key media and entertainment growth market. The CCI's findings will delay regulatory approval of the deal and could force the companies

न्यूज़ पोटली 415: ईदगाह मैदान में गणेशोत्सव की अनुमति, बीजेपी नेता सीमा पात्रा गिरफ्तार और मिखाइल गोर्बाचेव का निधन

कर्नाटक हाई कोर्ट ने दी हुबली ईदगाह मैदान में गणेश चतुर्थी समारोह की अनुमति, नौकरानी को प्रताड़ित करने की आरोपी बीजेपी नेता सीमा पात्रा को रांची पुलिस ने किया गिरफ्तार, आयकर विभाग ने उत्तर प्रदेश में विभिन्न जगहों पर की छापेमारी, मध्यप्रदेश के खंडवा में 21 वर्षीय युवक ने युवती पर किया चाकू से हमला, आर्थिक संकट से गुजर रहे देश श्रीलंका और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के बीच हुआ एक प्रारंभिक समझौता और सोवियत संघ का आखरी लीडर मिखाइल गोर्बाचेव का 91 वर्ष की उम्र में निधन. होस्ट: तस्नीम फातिमा प्रोड्यूसर: रौनक भट्ट एडिटिंग: हसन बिलाल *** आप इन चैनलों पर भी सुन सकते हैं न्यूज़ पोटली : Apple Podcasts | Google Podcasts | Spotify | Castbox | Pocket Casts | TuneIn | Stitcher | Breaker | Overcast | JioSaavn | Podcast Addict | Headfone विदूषक पत्रकारिता और पेगासस की छत्रछाया में एनडीटीवी की सेल विपक्ष विरोधी और सांप्रदायिक खबरों की होड़ लगाता पब्लिक ब्रॉडकास्टर दूरदर्शन source https://hindi.newslaundry.com/2022/08/31/news-potli-ganesh-chaturthi-bjp-seema-patra-mikhail-go

Kanpur police link Muslim protests against Nupur Sharma to ‘takeover of Hindu land’

To build its case against the alleged perpetrators of the Kanpur violence in June, the Uttar Pradesh police invoked a conspiracy theory: that the local Muslims were trying to “take over” Hindu land “under the guise of riots”. In a 1,500-page “proposal” to the Kanpur district magistrate outlining why the alleged “mastermind” behind the violence, Hayat Zafar Hashmi, must be booked under the National Security Act, a Special Investigation Team of the police weaved its case around half a dozen nearly identical statements from Hindu complainants. The proposal, accessed by Newslaundry, alleges that Hashmi was the architect of a plan to protest against suspended BJP spokeswoman Nupur Sharma’s remarks against Prophet Muhammad. The plan, it adds, was devised over the course of four meetings held between May 28 and June 1 where Hashmi received money from another accused, Haji Mohammad Wasi, “for posters, distribution among rioters and other costs likely to be incurred”. The magistrate, G Vish

विदूषक पत्रकारिता और पेगासस की छत्रछाया में एनडीटीवी की सेल

इस दौर की टेलीविज़न पत्रकारिता अपने सरकार समर्पित चारण गान के अलावा एक और चीज के लिए याद रखी जाएगी. यह टीवी पत्रकारिता का विदूषक काल भी है. आने वाले वक्त में लोग याद करेंगे कि किस-किस तरह के विदूषकों और जोकरों को ख़बर पहुंचाने का बेहद संजीदा काम सौंपा गया था. इस बीच पेगासस मामले की जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी, लेकिन फिर भी मामला ढाक के तीन पात ही है. पेगासस खुलासे में विपक्षी दलों के नेताओं, पत्रकारों, जजों और सत्ताधारी दल के नेताओं के साथ ही कुछ महत्वपूर्ण व्यक्तियों की जासूसी के आरोप लगे थे. अपनी मौखिक टिप्पणी में मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने कहा कि भारत सरकार ने टेक्निकल जांच कमेटी के साथ सहयोग नहीं किया. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को संबोधित करते हुए कोर्ट ने कहा इस कमेटी के साथ भी सरकार का रुख वैसा ही रहा, जैसा सुप्रीम कोर्ट में नजर आया था. इस तरह भारत सरकार यह बताने से साफ-साफ बच रही है कि उसने पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर खरीदा है या नहीं. इसी दौरान कुछ ऐसा भी हुआ जिसे लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि देश में आज़ाद आवाज़ों का दायरा और सिकुड़ सकता है. अडानी मी

न्यूज़ पोटली 414: गुजरात दंगा- बाबरी मस्जिद को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला और आप- भाजपा आमने-सामने

Embed: गुजरात दंगे और बाबरी मस्जिद से जुड़े मामलों पर आज सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया है. दिल्ली सरकार, आम आदमी पार्टी, उप राज्यपाल और भाजपा के बीच दिल्ली में चल रहा विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. झारखंड के दुमका में 12वीं की छात्रा अंकिता सिंह को जलाकर मारने की घटना की जांच कर रहे अधिकारी को हटाया. नोएडा के ट्विन-टावर गिरने के बाद से आसपास के इलाकों में हवा की स्थिति खराब. सोमवार को ईराक के शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र ने राजनीति छोड़ने की घोषणा की. इसके बाद ईराकी नागरिक और सद्र के समर्थक सड़कों पर उतर आए. होस्ट: बसंत कुमार प्रोड्यूसर: तहरीम रौशन एडिटिंग: चंचल गुप्ता *** आप इन चैनलों पर भी सुन सकते हैं न्यूज़ पोटली : Apple Podcasts | Google Podcasts | Spotify | Castbox | Pocket Casts | TuneIn | Stitcher | Breaker | Overcast | JioSaavn | Podcast Addict | Headfone चरखी दादरी: दलितों के श्मशान के रास्ते में सवर्णों की दीवार पाकिस्तानी आर्मी और इमरान खान क्यों हैं आमने- सामने? source https://hindi.newslaundry.com/2022/08/30/news-potli-gujarat-riots-babri-masjid-sup

Let’s Talk About: Reading RSS with Vijai Trivedi

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Vijai Trivedi about the RSS and the network of organisations that it has spawned, collectively called the Sangh Parivar. Let’s Talk About: RSS is our three-part deep-dive into the rise and expansion of the Hindutva organisation into a formidable sociocultural and political force in the country. In this live Zoom session where subscribers got to ask questions, the podcast’s hosts, Abhinandan Sekhri and Shardool Katyayan, speak with Vijai Trivedi about the RSS and the network of organisations that it has spawned, collectively called the Sangh Parivar. Trivedi is editor of the TV channel News India 24x7 and author of several books on the Sangh Parivar, including Yada Yada Hi Yogi ; Haar Nahi Manoonga ; Sangham Sharnam Gachchhami; and Kal, Aaj aur Kal . They explore how the RSS wields power and the relationship between this fount of Hindutva and Modi’s BJP. Tune in. If you haven’t listened to the podcast miniseries yet, click here . The podcast is behind the paywall, so if you ar

Explained: 5 ways press freedoms were curbed under British rule, and how the media talked back

India enters its 76th year of Independence this year. The struggle against colonial imperialism was led by leaders, peoples’ movements, ideas, and also by the press. As the British understood the importance of controlling the flow of information, the suppression of publications grew while the nationalist movement gained momentum. We look at five ways the media was restricted under British rule, and how it responded in creative ways. Watch. source https://www.newslaundry.com/2022/08/30/explained-5-ways-press-freedoms-were-curbed-under-british-rule-and-how-the-media-talked-back

पाकिस्तानी आर्मी और इमरान खान क्यों हैं आमने- सामने?

इमरान खान सत्ता से बाहर होने के बाद भी लगातार चर्चा में बने हुए हैं. वह सोशल मीडिया और अपनी बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं. हालांकि एक ताजा मामले में वह फंसते हुए नजर आ रहे हैं और उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. फौरी तौर पर उन्हें इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने फिलहाल राहत तो दे दी है, लेकिन इस मामले में आगे क्या होगा, अभी कहा नहीं जा सकता. इमरान खान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) ने इस मामले पर बयान दिया है कि यदि उनके नेता की गिरफ्तारी होती है तो वह देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे. आज बात करेंगे कि कैसे पाकिस्तान में इमरान खान का कद बढ़ता जा रहा है और ऐंटी-टेररिज्म एक्ट के तहत क्या उनकी गिरफ्तरी होगी. साथ ही जानेंगे कि सरकार के खिलाफ क्या बोल रहे हैं इमरान खान. आज हम इन्हीं सब मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करेंगे. देखें पूरा वीडियो- पाक पीएम इमरान खान के नाम एक भारतीय का खुला खत आर्थिक रूप से बदहाल पाकिस्तान से क्या सच में भारत को खतरा है? source https://hindi.newslaundry.com/2022/08/29/nl-saransh-pakistani-army-imran-khan-pti-anti-terrorism-act

‘Picnic spot’: Watching reporters watch Noida’s twin towers come down

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At just past 2:30 pm on Sunday, a deafening explosion rang out across Noida Sector 93A. Boom it went. And in a matter of seconds the illegally built Supertech twin towers came crashing down into a heap of rubble. Thick clouds of dust, soot and smoke billowed high into the air. Silence swept the observation spot the Noida authorities had designated for the media to cover the spectacle, but only fleetingly. Cheering and whistling quickly filled the moment. The fate of the residential highrises – 32-storied Apex and 29-storied Ceyane – was sealed last year when the Supreme Court ruled that they had been built in violation of regulations and ordered their destruction. The demolition job, done by South Africa’s Jet Demolition and Mumbai’s Edifice Engineering, made for a media spectacle, and TV news crews in particular milked it to the last speck. In the manner they usually cover “big news” – in full theatrics mode. The media contingents were camped since early morning on the flyover near

ट्विन टावर: सुबह से शाम तक की आंखों देखी और टीवी चैनलों की थार-ऑडी कवरेज

नोएडा के सेक्टर 93 स्थित सुपर टेक ट्विन टावर आखिरकार रविवार दोपहर ढ़ाई बजे गिरा दिया गया. टावर के गिरने से इसके आसपास के अपार्टमेंट्स- सुपरटेक एमरल्ड और एटीएस टावर में रहने वाले लोगों ने खुशी जाहिर की. दरअसल इन्हीं अपार्टमेंट्स में रहने वाले लोग लंबे समय से इसे हटाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे. इस कार्रवाई से पहले सुपरटेक एमरल्ड और एटीएस टावर को एहतियातन पहले ही खाली करा लिया गया था. यही नहीं ट्विन टावर के आस पास बिल्डिगों में रहने वाले लोगों के कंपनी द्वारा इंश्योरेंस भी कराए गए थे. ताकि अगर कुछ नुकसान होता है तो कंपनी उसकी भरपाई करेगी. In the wake of the #NoidaTowerDemolition , @Basantrajsonu reports on the precautionary measures being taken by the Noida police. Watch and stay tuned for #LiveUpdates on the demolition of the #SupertechTwinTowers . pic.twitter.com/vo5FkxKqB7 — newslaundry (@newslaundry) August 28, 2022 नोएडा पुलिस ने तड़के से ही माइक से अनाउंस करना शुरू कर दिया था कि जो लोग अभी भी ट्विन टावर के आस पास वह यहां से खाली कर दें और सुरक्षित स्थानों पर चले जाए

न्यूज़ पोटली 412: मुनव्वर फारूकी के शो को परमिशन नहीं और यूयू ललित बने 49वें मुख्य न्यायाधीश

कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के दिल्ली में होने वाले शो को पुलिस ने नहीं दी परमिशन, यूयू ललित ने देश के 49वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर ली शपथ, ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने लोज़ैन डायमंड लीग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया, तीन बसों में सवार विधायकों को लेकर सीएम हाउस से निकले हेमंत सोरेन और पाकिस्तान में बाढ़ और बारिश से 1000 लोगों की मौत. होस्ट: अश्वनी कुमार सिंह प्रोड्यूसर: तहरीम रौशन एडिटिंग: सैफ अली एकराम *** आप इन चैनलों पर भी सुन सकते हैं न्यूज़ पोटली : Apple Podcasts | Google Podcasts | Spotify | Castbox | Pocket Casts | TuneIn | Stitcher | Breaker | Overcast | JioSaavn | Podcast Addict | Headfone मुनव्वर फारूकी, संबित पात्रा, सुधीर चौधरी और डंकापति का दरबार सुप्रीम कोर्ट: सीजेआई रमना को विरासत में मिले मामले और उनकी स्थिति source https://hindi.newslaundry.com/2022/08/27/news-potli-munawar-faruqui-delhi-police-justice-uu-lalit-chief-justice-of-india

Daily Dose Ep 1135: Jharkhand crisis deepens, Justice UU Lalit sworn in as CJI

Anwiti Singh brings you the news from Jharkhand, New Delhi, Goa, Kerala, the Supreme Court, and the United Nations. Produced by Tehreem Roshan, edited by Saif Ali Ekram. Download the Newslaundry app . You can get updates about all our podcasts via Twitter and Facebook . source https://www.newslaundry.com/2022/08/27/daily-dose-ep-1135-jharkhand-crisis-deepens-justice-uu-lalit-sworn-in-as-cji

Hafta letters: NL Reads, corruption in Punjab, Mukesh Khanna’s comments

Hi, I've been a subscriber for the past one year and haven't missed any Hafta or Charcha. Superbly enjoy Abhinandan's moderation of Hafta, but really wish Mr Raman would speak more. He always seems to speak from practical experiences and insights which are enjoyable. 1) I listened to a few episodes of Ye Bhi Theek Hai. While the episodes on comedians (Ep 1) and free speech (Ep 3) were really good, the others (eg. religion, secularism) showed their lack of depth in those topics. I wish they would fix a topic beforehand and do a little bit of homework at least. Or maybe I'm being unfair expecting the quality of The Media Rumble here. 2) I'm a digital marketing professional with Big Tech and was wondering if there are any opportunities to help out Newslaundry regarding awareness, customer acquisitions, etc, as a volunteer. 3) Since Newsance and Tippani are hugely popular, why not promote some of NL’s reports and articles there as well? Might drive some new subscri

एनएल चर्चा 229: एनडीटीवी में अडानी का निवेश और पेगासस पर कोर्ट में पेश जांच रिपोर्ट

एनएल चर्चा के इस अंक में अडानी समूह ने एनडीटीवी में खरीदी हिस्सेदारी, फिच रेटिंग्स के मुताबिक अडानी समूह पर बहुत ज्यादा कर्ज, पाक के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, बिहार में महागठबंधन ने सदन में सिद्ध किया बहुमत, सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो मामले में गुजरात सरकार को जारी किया नोटिस, दिल्ली के जंतर मंतर पर किसानों की महापंचायत और पेगासस मामले पर जांच कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में सौंपी रिपोर्ट का जिक्र हुआ. चर्चा में इस हफ्ते वरिष्ठ पत्रकार व मॉर्निंग कॉन्टेक्स्ट के मैनेजिंग एडिटर टी सुरेंद्र, न्यूज़लॉन्ड्री के स्तंभकार आनंद वर्धन और न्यूज़लॉन्ड्री के सह-संपादक शार्दूल कात्यायन शामिल हुए. संचालन कार्यकारी संपादक अतुल चौरसिया ने किया. अतुल ने चर्चा की शुरुआत अडानी समूह द्वारा एनडीटीवी में किए गए निवेश के विषय से की. सुरेंद्र से सवाल पूछते हुए अतुल कहते हैं, “एनडीटीवी की अभी जो स्थिति बनी है वह पूरा मसला क्या है और यह किस ओर जाता दिख रहा है?” सुरेंद्र जवाब देते हुए कहते हैं, “अडानी ने जो कंपनी खरीदी है वह एनडीटीवी की कंपनी नहीं है. एनडीटीवी ने अपनी हिस्सेदारी आ

TV Newsance 184: Will Adani take over NDTV?

The big news on TV news this week was about TV news! The Adani-NDTV saga was the talk of the town, but the details were hazy nearly everywhere. Who bought what from whom? What roles do Ambani, Adani and the Roys play? And what are the implications of this game of thrones on TV news? We also looked at some fearless ground reporting this week from the fearless India Today newsroom. So inspiring was Commander Gau that the Newsance team was compelled to honour his work and talk about five things you should definitely (not) do when reporting from the ground. Watch. *** TV Newsance is Newslaundry’s weekly media critique and political satire show. We watch TV news so you don't have to! If you like what we do, don’t forget to subscribe to Newslaundry. For when the public pays the public is served, when the advertiser pays the advertiser is served. How Adani is taking over NDTV without consulting the Roys ‘NDTV will change fundamentally’: What the news industry makes of the Adani ta

Rs 50 crore or Rs 10,000 crore? Making sense of the extent of Delhi's excise ‘scam’

Facing CBI heat over Delhi’s excise policy, deputy chief minister Manish Sisodia on Friday poked the BJP for its “indecision” on the extent of the “scam”. “One person says the corruption is of Rs 8,000 crore. The second says Rs 10,000 crore. Third says it’s Rs 1,100 crore. Fourth says it’s Rs 144 crore. Fifth says it’s Rs 150 crore,” he said during a special assembly session. “The CBI FIR states that there was corruption of Rs 1 crore as some company transferred such and such amount to another...All are false.” Before we scrutinise the extent of the alleged irregularities, first let’s see the excise revenue target set by the government. When the now-scrapped policy was formulated, the Delhi government set a goal of earning Rs 9,500 crore a year in liquor licence fees and taxes by allowing private companies to open 850 shops in 32 zones. A state cabinet note dated August 2 stated that the Rs 6,720 crore came in the form of licence fee and VAT in 2021-22. However, it does not give th

शहरों में आस पास के तापमान में क्यों होता है अंतर?

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अर्बन हीट आइलैंड (यूएचआई) प्रभाव के कारण खास तौर से शहरी इलाकों में गर्मी का असर अधिक हुआ. इन इलाकों में गर्मी का बढ़ना कोई पहली या एक बार की घटना नहीं है. अर्बन हीट आइलैंड से तात्पर्य “ एक शहर का अपने आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक गर्म होना .” 2020 तक सभी शहरों को मिलाकर दुनिया की 56.2 प्रतिशत आबादी शहरी इलाकों में रह रही है. शहरी लोगों द्वारा उपयोग या उपभोग की जाने वाली वस्तुएं और शहरी भौगोलिक बसावट गर्मी को प्रभावित करती है. पेड़, पार्क, नमभूमि और जल निकायों जैसी बुनियादी पारिस्थितिक ढांचे की कमी शहरी स्थानों को गर्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. शहरों के विकास के आधार पर आस-पड़ोस में अर्बन हीट आइलैंड के अलग-अलग अनुपात होने के कई कारण होते हैं, जो न केवल शहर और उसके आसपास के इलाकों में बल्कि एक शहर के भीतर भी तापमान में अंतर का कारण होता है. इस घटना को स्पष्ट तौर पर समझने के लिए, हमने मुंबई और दिल्ली के अनेक मोहल्लों से आंकड़े जुटाए. इन आंकड़ों में 2021 की गर्मी के दौरान दर्ज किए गए न्यूनतम और अधिकतम तापमान शामिल हैं. दिल्ली में, नेहरू प्लेस, गोविंदपुरी और

सुप्रीम कोर्ट: सीजेआई रमना को विरासत में मिले मामले और उनकी स्थिति

जून 2021 में सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट जज आरवी रवींद्रन की पुस्तक के विमोचन पर उनकी प्रशंसा करते हुए भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने कहा कि सबसे अच्छा जज वह है जो मीडिया में कम देखा और जाना जाए. तब जस्टिस रमना को मुख्य न्यायाधीश बने मुश्किल से दो महीने हुए थे. अब, जब उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है, तो इस बात की आलोचना हो रही है कि उन्होंने न्यायिक प्रणाली, भारत के मीडिया और राजनीतिक दलों की स्थिति पर जिस तरह के बयान दिए, वैसी कोई न्यायिक कार्रवाई उस संबंध में नहीं हुई. पिछले साल नवंबर में, 100 से अधिक लोगों ने मुख्य न्यायाधीश को एक ज्ञापन सौंपा , जिसमें आग्रह किया गया कि "लोगों के मौलिक अधिकारों को प्रभावित करने वाले कई जरूरी मामलों" में त्वरित न्याय किया जाए. वह चिंतित थे कि सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद 370, यूएपीए, सीएए और इलेक्टोरल बॉण्ड जैसे महत्वपूर्ण मामलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया है. कुछ दिनों पहले, जस्टिस रमना ने स्वीकार किया था कि अदालतों में लंबित मामलों की संख्या बढ़ रही है. इसके लिए उन्होंने कोविड महामारी और उसके फलस्वरूप होने वाले लॉकडाउन को जिम्मेदार ठह

RRPR bound to allot equity, its contentions legally untenable: Adani Group

Responding to disclosures by NDTV promoter RRPR Holding Private Limited, the Adani Group has said that the promoter’s contentions are “baseless” and “legally untenable”, and it is bound to “allot equity shares as specified in the warrant exercise notice”. Trying to resist a takeover of the network by the Adani Group, the RRPR – which holds over 29 percent stake in NDTV and is owned by Radhika Roy and Prannoy Roy – had claimed that a November 2020 order by the Securities and Exchange Board of India restricted them from accessing the security markets for a period of two years. Citing this, the RRPR said, a SEBI approval would be required to convert its 19,90,000 warrants into 19,90,000 equity shares. The two-year period is set to end on November 26, they said. Bringing in some hope for the network, it seemed the SEBI order could buy RRPR more time to hand over its 29.18 percent stake – the promoters were given two days to do the same after Adani’s takeover of VCPL. However, the Adani

As power ministry tweets target Business Standard journalist, beat reporters show solidarity

Last Thursday, the union ministry of power’s Twitter account broke its pattern of updates – about meetings chaired by the minister, press releases, and inaugurations – to put out a series of unusual tweets tagging a journalist covering the energy sector. The ministry referred to a tweet – without specifying which one – by Business Standard correspondent Shreya Jai, and said that it displayed “an utter ignorance of the sector which she is reported to be covering”. “Clarifying” the government’s coal import policy, the ministry said that “anyone with minimal intelligence will understand this. Unfortunately, this correspondent does not”. https://twitter.com/MinOfPower/status/1560276371871412224?t=W3GJ_yA83yihoWZJJ7HXdQ&s=08 This was unprecedented. Not only was the tone of the thread aggressive, it was unusual for a ministry’s Twitter handle to issue a statement tagging the reporter without a link to the report it was referring to. Usually, either the Press Information Bureau tweet

भारत सरकार और पतंजलि: महामारी के प्रकोप में भ्रम की सौदेबाजी

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यह ग्राउंड रिपोर्ट सीरीज एनएल सेना प्रोजेक्ट के तहत की जा रही है. यदि आप इस सीरीज को समर्थन देना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें. जून, 2020 में जब देश कोरोना की त्रासदी से गुजर रहा था. दुनिया भर की सरकारें और चिकित्सा विशेषज्ञ इससे निपटने के लिए जूझ रहे थे, उसी समय प्रतिष्ठित पत्रिका इंडिया टुडे में पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण का एक इंटरव्यू छपा. बालकृष्ण के इंटरव्यू का शीर्षक था- ‘‘क्लिनिकल ट्रायल के अंतिम चरण में हैं कोरोना की दवा’. इंटरव्यू में आचार्य बालकृष्ण ने मेरठ के दो अस्पतालों के कई डॉक्टरों और दूसरे कर्मचारियों का पतंजलि की दवाई से कोरोना ठीक होने का दावा किया था. उस वक्त न्यूज़लॉन्ड्री ने अपनी पड़ताल में पाया था कि आचार्य बालकृष्ण का दावा गलत था. इसी इंटरव्यू में बालकृष्ण ने यह दावा भी किया- ‘‘हम सिर्फ इम्यूनिटी बूस्टर या इम्यूनोमॉड्यूलेटरी की ही बात नहीं कर रहे हैं. हमारी औषधियां मनुष्य की स्वस्थ कोशिकाओं में कोरोना वायरस के प्रवेश को भी रोकती है. उसकी संक्रमकता वायरस के खुद के रेप्लिकेशन को भी धीमा कर सकती है.’’ कोरोनिल की पहली लॉन्चिंग 23 जून, 20