एनडीटीवी रहेगा स्वतंत्र, मैनेजमेंट और एडिटोरियल के बीच रहेगी लक्ष्मण रेखा: अडानी

इंडिया टुडे से खास बातचीत में उद्योगपति गौतम अडानी ने कहा, "एनडीटीवी एक स्वतंत्र, विश्वसनीय और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क होगा. मैनेजमेंट और संपादकीय टीम में हमेशा एक लक्ष्मण रेखा रहेगी. आप चाहे तो इस पर लंबी बहस कर सकते हैं जैसा और कई लोग कह रहे हैं. लेकिन मेरा मानना है कि वक्त के साथ सब साफ हो जाएगा…इसलिए हमें थोड़ा वक्त दें"

इंडिया टुडे के संपादकीय निदेशक राज चेंगप्पा के साथ करीब 40 मिनट की खास बातचीत में, अडानी ने अपनी कंपनी की उपलब्धियों, 2022 में उनके सामने आने वाली चुनौतियों, एनडीटीवी की स्वतंत्रता, लोकतंत्र और प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों के बारे में भी बात की.

हाल ही में एनडीटीवी के संस्थापक प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका राय ने कहा था कि वे अडानी समूह को अपनी शेष 32.26 प्रतिशत हिस्सेदारी का 27.26 प्रतिशत बेच देंगे. वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार और रॉय दंपति के इस्तीफे के बाद एनडीटीवी की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे. जिसे अडानी ने इस इंटरव्यू में साफ किया.

इंटरव्यू के दौरान गौतम अडानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को एक प्रगतिशील नेतृत्व दिया है और उनकी नीतियों ने हर भारतीय की जिंदगी में बदलाव किया है."

इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मैं एक ही प्रदेश से आते हैं इसलिए मुझ पर निराधार आरोप लगाना आसान हो जाता है. लोकतंत्र पर बात रखते हुए गौतम अडानी ने कहा कि "गौतम अडानी खुद लोकतांत्रिक भारत की उपज है. विरोध प्रदर्शन, आलोचना, आरोप जीवंत लोकतंत्र का अनिवार्य हिस्सा है.

क्या मीडिया सत्ता या कॉर्पोरेट हितों के बजाय जनता के हित में काम कर सकता है? बिल्कुल कर सकता है, लेकिन तभी जब वह धन के लिए सत्ता या कॉरपोरेट स्रोतों के बजाय जनता पर निर्भर हो. इसका अर्थ है कि आपको खड़े होना पड़ेगा और खबरों को आज़ाद रखने के लिए थोड़ा खर्च करना होगा. सब्सक्राइब करें.

source https://hindi.newslaundry.com/2022/12/28/gautam-adani-says-ndtv-will-be-independent-laxman-rekha-between-management-and-editorial

Comments

Popular posts from this blog

Sushant Rajput case to Zubair arrest: The rise and rise of cop KPS Malhotra

प्राइम टाइम पर हिंदू राष्ट्र की चर्चा: सीएनएन न्यूज़-18 पर पुरी शंकराचार्य का इंटरव्यू

Unravelling the friction between CPIM and Kerala’s major media houses