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Showing posts from October, 2021

कॉप-26: भारत में 25 गुना तक बढ़ जाएगा लू का कहर!

जी20 देशों पर जारी एक अंतरराष्ट्रीय जलवायु रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि कार्बन उत्सर्जन तेजी से बढ़ता रहा तो सदी के अंत तक वैश्विक तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हो सकती है. जिसके चलते 2036 से 2065 के बीच भारत में लू का कहर कहीं ज्यादा बढ़ जाएगा. अनुमान है कि इसके सामान्य से 25 गुना अधिक समय तक रहने की आशंका है. इस रिपोर्ट को 30 से 31 अक्टूबर के बीच रोम में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन से पहले लॉन्च किया गया है. इस चर्चा के दौरान वैश्विक उत्सर्जन में कटौती के एजेंडे को आगे बढ़ाने की संभावना है. इस सम्मेलन में भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई वैश्विक नेताओं के भाग लेने की संभावना है. गौरतलब है कि जी20 एक अंतर-सरकारी मंच है, जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं. यह संगठन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय स्थिरता, जलवायु परिवर्तन को रोकथाम और सतत विकास से जुड़े आर्थिक मुद्दों को संबोधित करने के लिए काम करता है. यह रिपोर्ट यूरो-मेडिटेरेनियन सेंटर ऑन क्लाइमेट चेंज से जुड़े 40 से अधिक वैज्ञानिकों की एक टीम द्वारा तैयार की गई है. यह शोध केंद्र इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट

Daily Dose EP 885: Tripura HC takes cognizance of violence, Mamata slams Congress, Aryan Khan goes home

Tanishka Sodhi brings you the latest news from Madhya Pradesh, Tripura, Goa, Dadra and Nagar Haveli, Himachal Pradesh and Bengal. Produced by Brien Benny, edited by Saif Ali Ekram . You can get updates about all our podcasts via Twitter and Facebook . source https://www.newslaundry.com/2021/10/30/daily-dose-ep-885-tripura-hc-takes-cognizance-of-violence-mamata-slams-congress-aryan-khan-goes-home

Reporters Without Orders Ep 191: Ritual crimes in India, ‘targeted’ killings in Kashmir

This week, host Basant Kumar is joined by independent journalist Srishti Jaiswal and Dainik Bhaskar reporter Vaibhav Palnitkar. The discussion starts with Shrishti’s cover story for Caravan magazine on how “crimes of superstition” thrive in India. Giving examples, such as the Kathua rape case, she says, “Superstitions are not about lack of education. It’s about unawareness and embedded fear. It’s not recognised, it’s normalised.” Vaibhav talks about his report on “targeted” killings in Kashmir. “These are specific to minorities,” he says, explaining the prevailing fear in the valley and how it’s “more terrifying with the kind of media portrayal it is getting”. This and a lot more as they talk about what made news, what didn’t, and what shouldn’t have. Tune in. Recommendations Srishti A Passage North Vaibhav Haider Basant Ritual Killings Chasing Bollywood dreams: How Noida's Film City became a media hub Produced by Jude Weston and Tehreem Roshan, edited by Satish K

न्यूज़ पोटली 161: आर्यन खान जेल से रिहा और पीएम मोदी ने की वैटिकन में पोप फ्रांसिस से मुलाकात

अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान लगभग एक महीने बाद शनिवार को मुंबई की आर्थर रोड जेल से हुए रिहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैटिकन पहुंचकर पोप फ्रांसिस से की मुलाकात, अमित शाह ने उत्तराखंड में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर बोला हमला, चीन ने जैविक खाद के एक ऑर्डर के संबंध में "दुर्भावनापूर्ण" लेटर ऑफ क्रेडिट "डिफ़ॉल्ट" का हवाला देते हुए श्रीलंका के एक शीर्ष सरकारी बैंक को किया ब्लैकलिस्ट और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गोवा में कहा, और पॉवरफुल बनेंगे प्रधानमंत्री. होस्ट: अवधेश कुमार प्रोड्यूसर: तहरीम रौशन एडिटर: सैफ *** आप इन चैनलों पर भी सुन सकते हैं न्यूज़ पोटली : Apple Podcasts | Google Podcasts | Spotify | Castbox | Pocket Casts | TuneIn | Stitcher | Breaker | Overcast | JioSaavn | Podcast Addict | Headfone Also Read: कॉप 26: जलवायु संकट और सेहत से जुड़ी चिंताओं से निपटने के दस सूत्र Also Read: टीवी टुडे ग्रुप की दूसरी तिमाही में आय बढ़कर हुई 240 करोड़ रुपए source https://hindi.newslaundry.com/2021/10/30/news-po

कॉप-26: कार्बन बजट और उत्सर्जन के इन सवालों पर हो बात

जलवायु परिवर्तन स्वाभाविक है और हमें पता है कि यह निश्चित है. जलवायु वैज्ञानिकों ने आने वाले समय में प्रलय के बारे में हमें पहले से बता रखा है. संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष जलवायु-विज्ञान शाखा, जलवायु-परिवर्तन पर अंतरसरकारी पैनल (आईपीसीसी) ने भी अपनी ताजा छठी आकलन रिपोर्ट (एआर 6) - ‘क्लाईमेट चेंज 2021: द फिजिकल साइंस बेसिस ’ में इसकी पुष्टि की है. यह वही सच है जिसे हम जानते हैं, और अपने आसपास की दुनिया में देखते हैं. उदाहरण के लिए- अत्यधिक गर्मी और नमी के नुकसान से शुरू हुई जंगल की आग, अत्यधिक बारिश की घटनाओं के कारण विनाशकारी बाढ़, और समुद्र व भूमि की सतह के बीच बदलते उष्णकटिबंधीय चक्रवात. रिपोर्ट साफ तौर पर कहती है कि निश्चित ही इन घटनाओं के लिए इंसान की आदतों को ही दोषी ठहराया जाएगा. मानवजनित कार्बन डाइऑक्साइड और दूसरी ग्रीनहाउस गैसों ने हमारे ग्रह को इसकी सहनशीलता के स्तर से ज्यादा गर्म कर दिया है. संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय महासागरीय और वायुमंडलीय प्रशासन के हवाई स्थित मौना लोआ वायुमंडलीय बेसलाइन वेधशाला के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल मई में, वायुमंडलीय कॉर्बन डाइऑक्साइड का स्त

Finding George Floyd in Gujarat: A day in the life of the Siddi community

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“We know that you Indians want to see us, the n*****, act like animals,” said Nazim Siddi, 30. Nazim’s words, and his deliberate usage of a racial slur, lashed me like a whip. I was attending a Goma performance on top of a secluded hillock behind the mazar of Baba Gohr in Ratanpur, located 30 km from Gujarat’s Bharuch. Goma comes from the Swahili word “damama”, meaning drums, and is a dance form that originated in the African bushes. It came to India through Africans brought to the subcontinent as slaves across six centuries until the 1860s. The performers at Ratanpur are descendants of these slaves, now known as the Siddi community. Nazim was the leader of the troupe, and his comment came in response to my question as to why, after the performance, he and the others went into the nearby bushes to chew raw leaves. Nazim’s comment, as an Indian dissociating his community from this Indian-ness, is testament to the marginalised condition of the Siddi community today. Racism is as muc

एनएल चर्चा 190: पेगासस जासूसी, पूर्व सीएजी विनोद राय की माफी और भारत-पाक क्रिकेट मैच

एनएल चर्चा के इस अंक में पेगासस जासूसी मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जांच कमेटी का गठन मुख्य विषय रहा. इसके अलावा डाबर के विज्ञापन पर विवाद, कोर्ट द्वारा सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में हुए बदलाव पर जवाब, आर्यन खान की जमानत, फेसबुक की पैरेंट कंपनी के नाम में बदलाव, पाकिस्तान के खिलाफ विश्वकप में भारत की हार, पूर्व सीएजी विनेद राय द्वारा संजय निरुपम से माफ़ी और त्रिपुरा में हिंसा जैसे विषयों का जिक्र हुआ. इस बार चर्चा में बतौर मेहमान पत्रकार सैकत दत्ता मौजूद रहे. सैकत टीप स्ट्रैट के संस्थापक सदस्य हैं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री के एसोसिएट एडिटर मेघनाद एस और सह संपादक शार्दूल कात्यायन भी चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन कार्यकारी संपादक अतुल चौरसिया ने किया. चर्चा की शुरुआत टी-20 वर्ल्डकप में पाकिस्तान की भारत के खिलाफ जीत से हुई. अतुल सवाल करते हुए कहते हैं, "खेलों में देश की सीमाएं कोई महत्व नहीं रखती और अच्छे खेल के लिए किसी की भी तारीफ की जा सकती है. लेकिन भारत-पाकिस्तान के मैंच में अगर कोई पाकिस्तान की जीत पर खुशियां मना रहा है तो इसे क्या केवल अच्छे खेल की तारीफ के नजरिए

TV Newsance 153: India Today sends legal suit to Newslaundry...and it made us laugh

We’re back on this platform! And as soon as we got back on YouTube, we got a gift from our dear friends at the India Today Group. Team Newslaundry has been served a legal suit for "defaming" the "epitome gold standard of journalism" for "copyright violation" by "piggybacking" on the great work of journalism that India Today , Aaj Tak and Good News Today routinely produce. In short, a legal suit that should have scared us had us laughing instead. We go through the legal suit to see what exactly offended India Today and came across many achievements of its anchors Rahul Kanwal, Gaurav Sawant and Shweta Singh, and learnt about the many awards its vice chairperson Kalli Purie has won. We also learn how Newslaundry is trying to "usurp" India Today 's market share. For a detailed exposition on the suit, watch ahead. A special thank you to all who supported and subscribed to Newslaundry over the past few weeks, and helped top ou

Hafta letters: Aryan Khan, India Today’s lawsuit against Newslaundry, Abhinandan’s ‘thought experiment’

This is my second letter to NL Hafta, needless to say - Big fan! If we take away the noise around the Aryan Khan case, essentially what's happened is that an Indian agency visited a place based on a tip, happened to spot a famous person and took him into custody. Since then all that's been done is infringement of his privacy to find something by going through his mobile and interrogation while continually asking the court for more time to find something concrete. Thanks to American legal shows, we've heard of concepts like illegal detention, illegal search, limited warrants and fruit of the forbidden tree being inadmissible. All of which seem to apply here but for the fact that this is happening in India and not the US. Would love to hear a legal view/opinion from someone well versed with Indian Law. Put another way, can an Indian agency simply pick someone off the street and search their mobile/online activities until they find something? *** I prefer anonymity. I gen

Daily Dose Ep 884: Puneeth Rajkumar passes away, Barricades removed from farmers' protest, PM Modi in Italy

Salil Ahuja brings you the news from the Delhi border, Uttar Pradesh, Gurugram and Italy Produced by Brien Benny, edited by Saif Ali Ekram. source https://www.newslaundry.com/2021/10/29/daily-dose-ep-884-puneeth-rajkumar-passes-away-barricades-removed-from-farmers-protest-pm-modi-in-italy

हसदेव अरण्य वन: कोयला खनन परियोजनाओं के खिलाफ सड़कों पर क्यों हैं स्थानीय आदिवासी?

‘छत्तीसगढ़ का फेंफड़ा’ कहे जाने वाले हसदेव अरण्य वन क्षेत्र के स्थानीय निवासी बीते एक दशक से आंदोलन कर रहे हैं. यह आंदोलन बीते दिनों तब और तेज हो गया जब केंद्र सरकार ने यहां कोयला खनन की परियोजनाओं को मंजूरी देने की शुरुआत की. स्थानीय लोगों की माने तो ये मंजूरी पर्यावरण कानूनों की अनदेखी और स्थानीय लोगों से बिना राय लिए की जा रही है. स्थानीय लोगों के मुताबिक कोयला खनन परियोजनाओं को हासिल करने के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति की प्रक्रिया के दौरान फर्जी ग्रामसभाओं का आयोजन कर फैसला लिया गया. दरअसल इन क्षेत्रों में जमीन अधिग्रहण के लिए ग्रामसभाओं की अनुमति जरूरी है. यह फर्जी ग्राम सभाएं कैसे होती है इसको लेकर हसदेव अरण्य बचाओ आंदोलन के प्रमुख उमेश्वर सिंह अर्मो न्यूज़लॉन्ड्री से कहते हैं, ‘‘ग्रामसभा किसी और मुद्दे पर हुई थी. हमने जो हस्तक्षर किए वे दूसरे मुद्दे थे, लेकिन ग्रामसभा के बाद सरपंच और सचिव पर दबाव बनाकर उदयपुर गेस्ट हाउस में बुलाया गया और वहां एसडीएम के द्वारा दबाव बनाकर यह प्रस्ताव ग्रामसभा में जोड़ दिया गया. ऐसे में जिन मुद्दों पर चर्चा ही नहीं हुई ग्रामसभा में उसे उसके फैसले में ज

न्यूज़ पोटली 160: पी चिदंबरम का दावा भारत सरकार ने खरीदा पेगासस स्पाइवेयर और कांग्रेस की मांग देश से मांफी मांगे विनोद राय

Embed Code: -- कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने दावा किया है कि इजरायली स्पाईवेयर पेगासस की खरीद भारत सरकार ने की थी. नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक यानी कैग के पूर्व प्रमुख विनोद राय ने 2 जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में कांग्रेस के पूर्व सांसद संजय निरुपम से मांगी माफी, देश में बीते 24 घंटे में 14 हजार 348 नए मामले आए सामने. गाजीपुर और टिकरी बार्डर पर लगे बैरिकेडिंग को दिल्ली पुलिस ने हटाया और बांग्लादेश के गृहमंत्री ने बयान जारी कर देश में हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं पर स्थिति स्पष्ट की. होस्ट: बसंत कुमार प्रोड्यूसर: तहरीम रौशन एडिटर: दिपांशु बिष्ट *** आप इन चैनलों पर भी सुन सकते हैं न्यूज़ पोटली : Apple Podcasts | Google Podcasts | Spotify | Castbox | Pocket Casts | TuneIn | Stitcher | Breaker | Overcast | JioSaavn | Podcast Addict | Headfone Also Read: पीएफआई की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने रिपब्लिक मीडिया को जारी किया समन Also Read: बाल विवाह के चलते हर साल हो रही है 22 हजार से ज्यादा बच्चियों की मौत source https://hindi.newslaundry.com/2021/10/29/news-pot

#JashneGaddar, ‘UAPA ka thappad’: Aman Chopra celebrates a week of bigotry after Indo-Pak match

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At the start of Aman Chopra’s 8 pm debate show, Desh Nahi Jhukne Denge , on News18 India , an authoritative voice backed by intense background music announces a “statutory warning”: “Truth is bitter. If you don’t have it in you to stomach the bitter truth, please don’t watch this show.” Fair warning, because Chopra’s recent shows must only be viewed at one’s risk – if at all. Even given the declining standards of primetime news, Chopra’s offering was a cocktail of communal dog-whistling and bigotry. First, some context. On October 24, India lost a T20 World Cup cricket match to Pakistan. FIRs were registered in two states against Indians who allegedly celebrated Pakistan’s win. Charges under the UAPA were invoked against the students and management of two medical colleges in Jammu and Kashmir, while three students in Uttar Pradesh were arrested for allegedly shouting pro-Pakistan slogans after the match. Seven people were booked in total in Uttar Pradesh, for either allegedly cele

कॉप-26: यह वक्त बर्बाद करने का नहीं बल्कि साहस, कल्पना और सहयोग का है

यह साल का फिर वही वक्त है. दो साल की गैरमौजूदगी के बाद विश्व के नेता और अधिकारी यूनाइटेट किंगडम (यूके) के ग्लास्गो में मुलाकात कर बातचीत करेंगे कि जलवायु परिवर्तन को लेकर क्या किया जाना चाहिए. यह बैठक संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष संस्था इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) की उस कठोर चेतावनी के बाद होने जा रही है, जिसमें कहा गया है कि मौसमी आपदाएं बद से बदतरीन होती जाएंगी. ये पृथ्वी के लिए बड़े खतरे का संकेत है. यह ऐसे समय में भी हो रहा है, जब साल 2021 का नोबेल शांति पुरस्कार युवा कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को नहीं दिया गया है, जबकि माना जा रहा था कि उन्हें इस बार शांति पुरस्कार मिल सकता है. हालांकि इसके बावजूद युवाओं की आवाज मजबूत है. बहरहाल, जलवायु परिवर्तन पर यूएन फ्रेमवर्क कनवेंशन के 26वें कांफ्रेंस ऑफ पार्टीज (कॉप-26) का एजेंडा क्या होना चाहिए? पहला, जलवायु अन्याय की हकीकत को मिटाने के लिए काम नहीं किया जाए, बल्कि भविष्य के लिए इसे स्वीकार किया जाए. साल 1992 में रिओ सम्मेलन में जब जलवायु परिवर्तन पर यूएन फ्रेमवर्क कनवेंशन को लेकर सहमति बनी थी, तो वो साझा, मगर पृथक जिम्मेद

From Mahasweta Devi’s Draupadi to James Joyce’s Ulysses: How the censors misread literature

When Delhi University decided to remove Mahasweta Devi’s short story Draupadi – along with works by two Dalit authors Bama and Sukirtharani – from the English Literature curriculum, Devi joined the illustrious list of classic authors whose works were banned for being “offensive” or promoting obscenity, like James Joyce’s Ulysses and Vladimir Nabokov’s Lolita . Even more closely, this allied Devi with contemporary women authors like Toni Morrison and Alice Walker, whose portrayal of violence on women’s bodies have been considered too obscene for students. Although no academic rationale was given, statements from DU registrar Vikas Gupta and the Oversight Committee Chairman MK Pandit implied that the age-old, tired banner of “hurt sentiments” and “offense” was waved, and returned to haunt yet another university text. While Gupta said that the syllabus should not “hurt the sentiments of any individual”, Pandit rebuffed any complaints by saying that, for everyone who can read Englis