एक और चुनावी शो: न्यूज़लॉन्ड्री और द न्यूज़ मिनट के साथ कर्नाटक चुनाव पर चर्चा
न्यूज़लॉन्ड्री और द न्यूज़ मिनट की साझेदारी के फलस्वरूप यह पहला चुनावी शो है. जिसमें दोनों संस्थान जनहित की पत्रकारिता के तहत कर्नाटक चुनाव पर नजर बनाए हुए हैं. एक और चुनावी शो के इस एपिसोड में मनीषा पांडे, अतुल चौरसिया, धन्या राजेंद्रन और पूजा प्रसन्ना चुनाव के मद्देनजर कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे. जैसे कि मतदाताओं के मन में क्या चल रहा है? क्या भाजपा भ्रष्टाचार के आरोपों से पार पा पाएगी? जातिगत जनगणना के मुद्दे को लोग कितना समर्थन दे रहे हैं? क्यों सांप्रदायिकता चुनावों के लिए एक खुराक का काम करती है? साथ ही साथ ये भी जानेंगे कि आखिर मतदाताओं का डाटा कितना सुरक्षित है. आप भी इन सवालों के जवाब जानना चाहते हैं तो सुनिए न्यूज़लॉन्ड्री और द न्यूज़ मिनट का ये एक और चुनावी शो. क्या मीडिया सत्ता या कॉर्पोरेट हितों के बजाय जनता के हित में काम कर सकता है? बिल्कुल कर सकता है, लेकिन तभी जब वह धन के लिए सत्ता या कॉरपोरेट स्रोतों के बजाय जनता पर निर्भर हो. इसका अर्थ है कि आपको खड़े होना पड़ेगा और खबरों को आज़ाद रखने के लिए थोड़ा खर्च करना होगा. सब्सक्राइब करें. कर्नाटक में चुनावी महीना