Posts

Showing posts from June, 2022

जुबैर की गिरफ्तारी: 5 मामले जिन्हें ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक ने किया उजागर

7 जून को जब ट्विटर ने ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को यह बताते हुए कई ईमेल भेजे कि पुलिस के अनुसार उनके ट्वीट्स कानून का 'उल्लंघन' कर रहे हैं, तब उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह पोस्ट किया: Hello @MumbaiPolice , Why? ‍♂️ This is a third email in 6 days for the same tweet of mine. Should People stop documenting Hate speeches? https://t.co/tWJagVHC9j pic.twitter.com/MiBlXVw3ua — Mohammed Zubair (@zoo_bear) June 7, 2022 यह कोई नई बात नहीं थी. 2020 से उनके खिलाफ पॉक्सो अधिनियम, आईटी अधिनियम और आईपीसी के तहत पांच एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं. इस ट्वीट के 20 दिन बाद छठी एफआईआर हुई, जो कथित रूप से उनके चार साल पुराने एक ट्वीट की जांच के बाद दर्ज की गई. जुबैर को वैमनस्य बढ़ाने और धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है. वह फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं. पुलिस की मानें तो , “जहां तक ​​​​धार्मिक ताने-बाने का संबंध है”, ज़ुबैर के खिलाफ मामले के “गंभीर परिणाम हो सकते हैं.” हालांकि जुबैर खुद पिछले पांच सालों से सोशल मीडिया पर हेट स्पीच और गलत जा

Sushant Rajput case to Zubair arrest: The rise and rise of cop KPS Malhotra

“Time is not a factor. An old tweet becomes new just by a retweet. Police action is contingent upon when police takes cognisance of an issue,” KPS Malhotra, deputy commissioner of Delhi police, told the news agency ANI after the cyber crimes division he heads arrested Alt News cofounder Muhammad Zubair on Monday. Zubair’s arrest is under a cloud of suspicion, drawing condemnation from several press bodies, including the Editors Guild and the Press Club of India. The journalist was called for questioning in a 2020 case in which he has protection from arrest from the Delhi high court, only to be held for allegedly hurting religious sentiments and promoting enmity through a four-year-old tweet , which an anonymous tweeter who has since vanished from the social media platform apparently found offensive. Zubair’s is the latest high-profile case to be investigated by Malhotra, who was chosen to lead the cyber cell – officially Intelligence Fusion and Strategic Operations – last Septemb

What Bihar’s AIMIM-RJD episode tells us about the challenges facing smaller parties

On a rainy day in Patna, Tejashwi Yadav drove an SUV to bring four MLAs to the Bihar legislative assembly building. Yadav, the leader of the opposition, drove the vehicle himself. The MLAs were all from the All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen, or AIMIM, and they were heading to meet the speaker to convey their decision to join Yadav’s Rashtriya Janata Dal. With this decision, the AIMIM, headed by Asaduddin Owasi, lost four of its five MLAs in the Bihar assembly. The RJD’s strength, meanwhile, increased to 80 – reclaiming its position as the single-largest party in the 243-member Vidhan Sabha. The four MLAs who left the AIMIM are Mohammed Anzar Nayeemi (Bahadurpur), Shahnawaj Alam (Jokihat), Mohammed Izhar Asfi (Kochadhaman), and Syed Ruknuddin Ahmad (Baisi). As they do not constitute less than two-third of the party’s total strength in the assembly. Hence, the anti-defection law does not apply to them. Their switch was not unexpected. It merely reinforced the challenges faced by

न्यूज़ पोटली 363: महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर और उदयपुर में हिंदूवादी संगठनों का मार्च

Embed Code: भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे ने एक साथ की प्रेस वार्ता, एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री होने की घोषणा की. राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की निर्मम हत्या के विरोध में गुरुवार को हिंदूवादी संगठनों ने निकाला जुलूस, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए के मूल्य में लगातार आ रही गिरावट के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि भारतीय मुद्रा दुनिया की अन्य मुद्राओं की तुलना में डॉलर के सामने कहीं बेहतर स्थिति में है, मणिपुर में आज सेना के एक कैंप के पास हुए भूस्खलन में 7 की मौत और 45 से ज्यादा लोग लापता और गुरूवार को इजराइल के सांसदों ने संसद भंग करने के लिए किया मतदान. होस्ट : अवधेश कुमार प्रोड्यूसर : तहरीम रोशन एडिटिंग : समरेंद्र के दास *** आप इन चैनलों पर भी सुन सकते हैं न्यूज़ पोटली : Apple Podcasts | Google Podcasts | Spotify | Castbox | Pocket Casts | TuneIn | Stitcher | Breaker | Overcast | JioSaavn | Podcast Addict | Headfone गांव-गांव घूमकर ‘अग्निपथ’ योजना के फायदे बता रही उत्तर प्रदेश पुलिस “मोदी जी, रक्षा करो

Daily Dose Ep 1086: Maharashtra crisis, Udaipur protests against beheading

Veronica Joseph brings you the news from Maharashtra, Rajasthan, New Delhi, Chhattisgarh, and Israel. Produced by Lipi Vats, edited by Saif Ali Ekram. We have two new Sena projects up. Check them out here and help us tell these stories. You can get updates about all our podcasts via Twitter and Facebook . source https://www.newslaundry.com/2022/06/30/daily-dose-ep-1086-maharashtra-crisis-udaipur-protests-against-beheading

गांव-गांव घूमकर ‘अग्निपथ’ योजना के फायदे बता रही उत्तर प्रदेश पुलिस

Image
14 जून की शाम को देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेना प्रमुखों ने सेना में भर्ती की नई योजना 'अग्निपथ' की घोषणा की. इसके बाद देश के कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए. इस भर्ती योजना से नाराज युवाओं ने ट्रेनों, बसों और अन्य कई सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया. इस दौरान पुलिस और सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं के बीच पत्थरबाजी भी हुई. हिंसक प्रदर्शन करने के आरोप में कई युवाओं को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया. विरोध उग्र होता देख प्रदर्शनकारी युवाओं को नई योजना की विशेषताएं बताने की कोशिश सरकार ने शुरू की. इस काम के लिए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पुलिस मैदान में उतर गई. अग्निपथ योजना के फायदे समझाने की जिम्मेदारी एसपी, एसडीएम, तहसीलदार और थाना इंचार्ज ने ली. इन्होंने गांव-गांव जाकर चौपालें लगाईं और युवाओं को अग्निपथ योजना के फायदे बताए. हालांकि इस काम के लिए शासन में ऊपर से कोई आदेश या लिखित निर्देश जारी नहीं हुआ है. जानकारों का कहना है कि सरकार की नीतियों के प्रति जागरुकता फैलाने का काम पुलिस का नहीं बल्कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं और सरकार की सूचना मशीनरी का

“मोदी जी, रक्षा करो”: उदयपुर में मारे गए दर्जी के परिजन न्याय और बदला चाहते हैं

दिनदहाड़े एक दर्जी की निर्मम हत्या के दूसरे दिन बाद भी उदयपुर में तनाव बना हुआ है. लोगों में गुस्से का उफान है. घटना वाले इलाके में ज्यादातर दुकानें बंद थी और सड़कें सुनसान पड़ी थी. दो चरमपंथी मुसलमानों, गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज अख्तरी ने 42 साल के कन्हैया लाल का सिर उनकी दुकान में ही कलम कर दिया. दोनों ने इस पूरी घटना का वीडियो भी बनाया. राजस्थान पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लाल को पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के कारण निशाना बनाया गया. धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली सोशल मीडिया पोस्ट के आरोप में कन्हैया लाल को तीन हफ्ते पहले गिरफ्तार किया गया था. 15 जून को जमानत पर रिहा होने के बाद कन्हैया लाल ने पुलिस को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग करते हुए दावा किया था कि, उन्हें "जान से मारने की धमकियां" मिल रही थीं. लाल का अंतिम संस्कार बुधवार को दोपहर एक बजे किया गया. देशद्रोहियों को गोली मारने की मांग, "देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को" और "जय श्री राम" के नारों के ब

Philippines shuts down Nobel laureate Maria Ressa’s news outlet

Image
After authorities in the Philippines ordered Rappler to shut shop, investigative news platform’s founder, Nobel laureate Maria Ressa, decried “highly irregular” proceedings and said the news organisation couldn’t count on the rule of law anymore. Rappler has been embroiled in legal tussles ever since its credentials were first revoked in 2018, after the authorities claimed it had sold control to a foreign entity in breach of foreign ownership restrictions. Rappler denied its US investor funding was in breach of the law. In the latest ruling, the Philippines Securities and Exchange Commission upheld the previous decision saying the commission as well as the courts found that the revenue model was unconstitutional. Rappler is among the few news platforms in the Philippines that are critical of President Rodrigo Duterte and his government. It has reported on Duterte's war on drugs, besides issues linked to misogyny, human rights violations and corruption. Rappler is being shut

ज़ुबैर, तीस्ता की गिरफ्तारी और देश में बुलंद हुआ न्याय का इक़बाल

सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2002 में हुए गुजरात दंगों से पूरी तरह क्लीनचिट दे दी. इस निर्णय से देश में न्याय का वातावरण स्वस्थ और बुलंद हुआ है. यह मामला सबूतों के साथ छेड़छाड़ का था, गैर कानूनी तरीके से कानून के इस्तेमाल करने का था. आम देशवासियों में इस फैसले से त्वरित न्याय मिलने की उम्मीदें मजबूत हो गई हैं. वरना तो हमारी न्यायपालिका पर हमेशा रईसों के लिए दरवाजा खुला रखने का आरोप लगता रहा है. गैरकानूनी तरीके और भी बहुतेरे लोगों ने बहुत कुछ किया है. ज्यादा दूर क्या जाना. हमें ही देख लीजिए. कानूनन हमारे दफ्तर के लैपटॉप, कंप्यूटर का डाटा कॉपी करना गैरकानूनी है. लेकिन सर्वे करने वाले आयकर विभाग के बंधु जबरिया सबकुछ ले गए. गोधरा और गुजरात में हुए दंगों से मोदीजी को पाक-साफ बरी करके अदालत ने न्याय के जिस गरिमापूर्ण माहौल की स्थापना की है उसका विस्तार हम तीस्ता सीतलवाड़ और ऑल्ट न्यूज़ के संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर की गिरफ्तारी में देख सकते हैं. उम्मीद है न्याय का यह कारवां आगे बदस्तूर यूं ही चलता रहेगा. मोहम्मद ज़ुबैर: हिंदी अखबारों की उलटबांसी शिवसेना की उतार-चढ़ाव वाली

Sansad Watch Ep 39: Is India's president just a rubber stamp?

The presidential election is next month. The governing NDA and the opposition UPA have both announced their candidates and the division of votes is becoming clearer. So, what exactly does the president do? Does India's head of state actually have any power or is it just a ceremonial post, a "rubber stamp" as it were? In this final episode of Sansad Watch, we look at how the president is elected and some of the 'superpowers' vested in the post. Watch! PS: Big thank you for coming along on this journey. Your MPs can’t vote freely, except in presidential elections source https://www.newslaundry.com/2022/06/28/sansad-watch-ep-39-is-indias-president-just-a-rubber-stamp

Alt News cofounder's arrest is front-page news, even as India pledges to protect free speech online

Image
Leading English newspapers today united in reporting last night's arrest of Alt News cofounder Mohammed Zubair – an arrest described by the Committee to Protect Journalists as "another low for press freedom in India". Zubair was arrested by the Delhi police over a four-year-old tweet; charges against him include hurting religious sentiments and promoting enmity. CPJ said Indian authorities must "immediately and unconditionally" release Zubair and "cease harassing him in retaliation for his work". Its report was reposted on Twitter by CPJ's president Jodie Ginsberg and the Washington Post 's press freedom initiative. “The arrest of journalist Mohammad Zubair marks another low for press freedom in India, where the government has created a hostile and unsafe environment for members of the press reporting on sectarian issues.” https://t.co/eYzmY0ysZW — Jodie Ginsberg (@jodieginsberg) June 27, 2022 #Indian journalist #MohammadZubair a

Daily Dose Ep 1083: Maharashtra crisis, Punjab free electricity, Mukesh Ambani security

Tanishka Sodhi brings you the news from Maharashtra, Punjab, Delhi, and Russia. Produced by Aditya Varier, edited by Samarendra K Dash. Research assistance by Sushanto Mukherjee. You can get updates about all our podcasts via Twitter and Facebook . source https://www.newslaundry.com/2022/06/27/daily-dose-ep-1083-maharashtra-crisis-punjab-free-electricity-mukesh-ambani-security

ऑल्ट न्यूज़ के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर को दिल्ली पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को भड़काने के मामले में गिरफ्तार किया

ऑल्ट न्यूज़ के को-फाउंडर और फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर को दिल्ली पुलिस ने सोमवार को ट्वीट के जरिए धार्मिक भावनाओं को भड़काने के मामले में गिरफ्तार किया है. जुबैर को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उन्हें मेडिकल के लिए द्वारका स्थित इंदिरा गांधी अस्पताल ले गई, जहां से उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने न्यूज़लॉन्ड्री को बताया कि दिल्ली पुलिस ने जुबैर को धार्मिक भावनाएं भड़काने को लेकर किए गए ट्वीट्स के चलते गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया, “जुबैर को आईपीसी की धारा 153A और 295A के तहत दर्ज एक मामले में गिरफ्तार किया गया. यह मामला धार्मिक ताने-बाने को बिगाड़ने की कोशिश है.” डीसीपी मल्होत्रा ने बताया, "कुछ ट्वीट्स ऐसे भी थे जो सेना और ब्रिगेड को लेकर थे, उनमें से कुछ सीमा पार से थे, जो उनके ट्वीट के बाद काम करना शुरू कर देते थे. इनमें से कुछ ट्वीट्स को पिछले कुछ दिनों में डिलीट किया गया है. हम इसकी भी जांच करना चाहते हैं. अभी जांच शुरूआती दौर में है इसलिए अभी किसी भी विवरण का खुलासा करना बहुत मुश्किल है. इससे पहले पुलिस ने उन्हें एक मामले में क्लीन चिट दे दी थी.&q

Explained: Why does Assam flood every year and what’s the state doing about it?

Over 120 people have died in Assam this year in floods and rain-related incidents. Since June 21, at least 32 of the 35 districts have been affected. Flooding is an annual problem in the Northeastern state, resulting in loss of life, livelihoods and infrastructure. Why does this happen? And what is the government doing about it? Watch. What if you lost your home every year? Treacherous river: How the Brahmaputra is eroding away lives and livelihoods in Assam source https://www.newslaundry.com/2022/06/27/explained-why-does-assam-flood-every-year-and-whats-the-state-doing-about-it

'Scapegoats in a chilling process of vendetta': Mumbai Press Club condemns Teesta Setalvad's arrest

The Mumbai Press Club has demanded the immediate release of activist Teesta Setalvad, describing her arrest as a "travesty of justice". In a statement issued last night, the press club said it was "unacceptable that a person who has been fighting for civil justice should be accused of fabricating evidence and misleading the Special Investigation Team". MUMBAI PRESS CLUB CONDEMNS ARREST OF MEMBER TEESTA SETALVAD #FreeTeestaSetalvad pic.twitter.com/z6pHVed6SI — Mumbai Press Club (@mumbaipressclub) June 26, 2022 Setalvad was arrested by the Ahmedabad police on June 25, a day after the Supreme Court upheld the clean chit given by a special investigation team to Narendra Modi over the 2002 Gujarat riots. Modi had been chief minister of the state at the time. Setalvad was detained from her Mumbai residence and reportedly taken to Ahmedabad. She lodged a complaint with the Santa Cruz police station calling her arrest "illegal". The FIR against her and re

US abortion verdict: Liberal outlets call it a ‘dark time’, for conservative media, ‘a stain erased’

Image
In a landmark ruling, the American supreme court has overturned the 50-year-old Roe vs Wade judgement that made abortions a fundamental right across the United States. This has passed the baton to American states to decide the legality of abortions – many of them already have laws against the procedure in place. The ruling triggered outrage and protests across America, with abortion being a divisive issue in an increasingly polarised society. “Pro-life” or anti-abortion narratives are seen as part of the right-wing or conservative plank. Meanwhile, the United Nations has condemned the order, calling it a “huge blow to women’s human rights”. As clinics stopped offering the procedure in states where it now stood banned, liberal media outlets warned of a “dark time” for American society while conservative outlets said the verdict was a “stain erased”. Newslaundry took a look at what some of the media organisations had to say. New York Times The New York edition carried a banner headl

Reporters Without Orders Ep 225: Nupur Sharma’s downfall, POCSO trial against anchors

In this episode, host Nidhi Suresh is joined by Newslaundry ’s Shivnarayan Rajpurohit. They discuss two reports by Shiv, including a profile of former BJP spokesperson Nupur Sharma and how her remarks against prophet Muhammad on a Times Now debate triggered her downfall. “You have freedom of speech but it isn’t absolute so you can’t say anything and get away with it,” Shiv says, adding that Nupur has seen a “sudden rise and fall in a very short time”. He speaks about her academic record and political career. The second report was on a viral video showing prominent TV news anchors walking out of a POCSO court. The case is linked to a 2013 broadcast containing inappropriate visuals of a minor. They talk about the updates in the case as the trial goes on. This and a lot more as they talk about what made news, what didn’t, and what shouldn’t have. Tune in. Contribute to our NL Sena projects – bulldozing a new image in MP and the yogi who has it all . Timecodes 00:00:00 - Introd

एनएल चर्चा 220: महाराष्ट्र शिवसेना में शिंदे बनाम ठाकरे और राष्ट्रपति चुनाव

एनएल चर्चा का यह अंक विशेष तौर पर महाराष्ट्र की राजनीति में जारी उठापटक पर केंद्रित रहा. साथ में अग्निपथ योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन, उद्योगपतियों द्वारा अग्निवीरों को नौकरी देने के ऐलान, राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ, असम में भीषण बाढ़ और अफगानिस्तान में भूकंप जैसे विषयों का जिक्र हुआ. चर्चा में इस हफ्ते मराठी दैनिक लोकसत्ता के एडिटर गिरीश कुबेर, न्यूज़लॉन्ड्री के सह संपादक शार्दूल कात्यायन और एसोसिएट एडिटर मेघनाद एस शामिल हुए. संचालन कार्यकारी संपादक अतुल चौरसिया ने किया. अतुल ने चर्चा की शुरुआत महाराष्ट्र की राजनीति में जारी घटनाक्रम से की. वह कहते हैं, “महाविकास अघाड़ी सरकार जिसमें एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना शामिल हैं, लगता है इस सरकार के दिन ज्यादा नहीं बचे हैं. क्योंकि शिवसेना के एक नेता एकनाथ शिंदे के साथ 40 से अधिक विधायक कथित तौर पर बगावती हो चुके हैं.” गिरीश से सवाल पूछते हुए अतुल कहते हैं, “इस पूरे घटनाक्रम की तार्किक परिणति क्या होती नज़र आ रही है?” जवाब देते हुए गिरीश कहते हैं, “इसका तार्किक परिणति यह नजर आ रही है कि शिंदे के साथ मिलकर बीजेपी सरकार बना सकती है. 2019

TV Newsance 176: The data on job debates Studio-Veers don't want you to know

Image
The political twists and turns in Maharashtra dominated the news this week. Republic reporters chased after news, literally, while big boss Arnab Goswami had some advice on Hindutva for Shiv Sena supremo Uddhav Thackeray. As allegations of horse-trading, ED raids and even kidnapping flew thick and fast, anchors at Aaj Tak and Times Now took out their mighty pen to give us the numbers gyaan on their whiteboard. Meanwhile, everyone seems to have forgotten about Agniveers and the protests around Agnipath. A big reason why angry youth went on a rampage is the alarming level of unemployment; rising prices and joblessness in India are two major headlines of our times after all. But how much time have our Studio-Veers dedicated to these two issues? We tracked debates by seven anchors on eight prominent news channels – available on the websites or YouTube accounts – between March and June 19, and placed them in six categories: communal issues, anti-opposition, Pakistan, Ukraine war, inf

Hafta letters: Personality politics, casteism, French actress on Newsance

Hi NL team, New subscriber here. Just for a bit of context, I've lived in three different countries in my 28 years of life so I don't have too many roots in India, although I spent my early years here and currently work here in Bangalore. Forgive me if I don't have the required local context for this question. I've seen politics here become much too personality-driven instead of policy-driven. People will vote for people advocating policies blatantly against their interests simply because of charisma or charm or relatability or whatever. My question is, do you think politics would be better if we had something like the US ballot initiative system, where instead of a person, a policy is on the ballot? Such a system in Florida resulted in the legalisation of marijuana despite the state overwhelmingly voting conservative. Would love your views on this. Apologies for the long read. Love your work. Despite not always agreeing with you, you guys are restoring my faith in I

‘We are Sainiks of Bal Thackeray’: Why Thane’s Shiv Sena workers back Eknath Shinde

Image
The city of Thane was close to Bal Thackeray’s heart. It was where the party first tasted electoral victory in 1967 by winning the civic polls, which would be closely followed by similar victories in Mumbai and Nashik. It was also once the fiefdom of legendary Sena leader Anand Dighe – known to run his territory free from interference from Bal Thackeray himself. Dighe died in 2001. Today, his protégé, Eknath Shinde, is a thorn in the side of Bal Thackeray’s son Uddhav, the chief minister of Maharashtra. Shinde is the leader of the rebellion against Uddhav’s leadership that’s now roiling the Shiv Sena and threatens to bring down its Maha Vikas Aghadi coalition government. The rebellion began on June 21, when Shinde and at least 17 MLAs purportedly cut off contact with their party. This was after some Sena MLAs were accused of “cross voting” to favour the BJP in the Maharashtra Legislative Council election. By Friday, Shinde’s rebel group – now comprising at least 37 MLAs – had set u

YouTube singles out Ravish Kumar’s show on UP police brutality for content warning

YouTube has slapped a warning on a recent episode of NDTV India ’s show “Prime Time with Ravish Kumar”. “The following content has been identified by the YouTube community as inappropriate or offensive to some audiences,” the warning reads. This is noteworthy for two reasons. One, such warnings are rarely, if ever, put on news shows. Two, several other news platforms that have run the same video for which NDTV is apparently being punished have escaped the stricture. They include India Today , Hindustan Times , Times of India , and ABP News . The video purportedly shows the police in Saharanpur, Uttar Pradesh, thrashing a group of Muslims who had been detained during protests against now-suspended BJP spokesperson Nupur Sharma’s derogatory comments on Prophet Muhammad. It was first shared by Uttar Pradesh legislator Shalab Mani Tripathi on Twitter on June 11. Tripathi had referred to the police thrashing the men as a “return gift to the rebels”. The Saharanpur police have denied th