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Showing posts from January, 2022

Mumbai police files FIR over threats to Rana Ayyub

Mumbai police has registered an FIR against unidentified individuals for sending death and rape threats to journalist Rana Ayyub on Twitter and Instagram, Hindustan Times reported . Ayyub had filed a complaint with the cyber cell of Mumbai police after receiving threats over her tweets criticising Saudi Arabia’s involvement in the Yemen war and her column in the Washington Post which has been critical of the Narendra Modi government. On January 25, Ayyub had tweeted that she had received more than 26,000 abusive tweets. She claimed that most tweets were from “Indian right-wing” and Saudi nationalists “who are attacking me after I posted a tweet in solidarity with Yemen and calling out the Saudis”. 26.4 thousand tweets, most are abusive, rape and death threats, calling me a terror sympathiser. Most tweets are by the Indian right wing & Saudi nationalists who are attacking me after i posted a tweet in solidarity with Yemen and calling out the Saudis. Hello @TwitterIndia pic.t

'पक्ष'कारिता: जब पहले पन्‍ने पर छाया मध्‍ययुग का अंधेरा और आग तापती रही दिल्‍ली!

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बीते पखवाड़े के अखबारों को पढ़कर यकीन नहीं होता कि ये वही दिल्‍ली है जो आज से नौ साल पहले एक गैंगरेप की घटना पर उबल पड़ी थी. भारतीय नारीवादी आंदोलन के सफर में निर्भया आंदोलन को एक इंकलाब बताया गया था. इस आंदोलन ने भारत में हमेशा के लिए बलात्‍कार कानूनों की शक्‍ल बदल दी. पूरी दुनिया की निगाह में दिल्‍ली महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित जगह ठहरा दी गई थी. मीडिया इस घटना के बाद पुलिस के पास आए फोन कॉल तक गिनने लगा था और हमें बताया जा रहा था कि दिल्ली में हर 18 घंटे पर एक रेप की घटना होती है. क्‍या वह सब कुछ गलत था? या अतिरंजित था, जैसा कि शीला दीक्षित ने मीडिया के बारे में कहा था (ब्‍लोन आउट ऑफ प्रपोर्शन)? या फिर आज जो हो रहा है वह बेमानी है? निर्भया की याद इसलिए क्‍योंकि आप 20 जनवरी से 31 जनवरी के बीच के अखबार उठाकर देख लें- हफ्ते भर के भीतर कम से कम तीन ऐसे अंक अखबारों के रहे जिनमें पहले पन्‍ने पर बलात्‍कार और मौत की खबरें प्रमुखता से छापी गईं. सबमें नहीं, कुछ में सही, लेकिन इतनी भी नामालूम नहीं थीं कि इस समाज का ध्‍यान न जाता! चुनावी बयानबाजी, नेताओं के दलबदल, शीतलहर, कोरोना और गणतंत्र

​आर्सेनिक डॉक्यूमेंट्री: बंगाल के विधवा गांव और मानवाधिकार का सवाल

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कोलकाता से कोई 70 किलोमीटर दूर बशीरहाट ब्लॉक के पश्चिम पाड़ा गांव में 65 साल की सोइबा बाला बार-बार आर्सेनिक पर अपनी व्यथा बयां कर थक चुकी हैं. करीब 15 साल पहले उनके पति निरंजन बाला की मौत आर्सेनिकोसिस से हो गई. वह बांग्ला में अपने परिवार की आपबीती हमें सुनाती हैं. हताशा और बेबसी से कहती हैं कि 15 सालों में आर्सेनिक समस्या पर बात करने के लिए डॉक्टरों, रिसर्चरों, स्वयंसेवी संगठनों और पत्रकारों की सैकड़ों टीमों को अपने गांव में आते देखा लेकिन हालात नहीं बदले. “जब आप जैसे लोग आते हैं तो मेरा मन उनसे बात करने को नहीं होता,” सोइबा कहती हैं. उनका दर्द अपने और पूरे गांव के हालात को लेकर है. “आप जानते हो मेरे घर के पांच लोग (आर्सेनिक से) मरे हैं. यहां (पड़ोस में) एक पूरा परिवार खत्म हो गया है. इधर आप जो भी घर देख रहे हैं सब जगह कैंसर (के बीमार) हैं. यहां बहुत सी कम उम्र की विधवाएं हैं. उन सबके पति मर गए. हम बड़े कष्ट में हैं. बहुत लोग आए. एक बार नहीं कई बार और सालों साल यहां (मेडिकल) कैंप लगे हैं. कभी यहां, कभी वहां. जहां भी खाली जगह दिखी या फिर स्कूल में भी कैंप लगे,” वो बताती हैं. सोइबा ब

एक और चुनावी शो: मनोहर पर्रिकर की विरासत और गोवा में अनियंत्रित 'विकास'

हमारे 5वें मॉर्निंग शो में आपका स्वागत है. आज शो में हमारे साथ बतौर मेहमान लेखक और फोटोग्राफर विवेक मेनेन्जेस जुड़ रहे हैं. गोवा अपने समुद्र तटों के लिए जाना जाता है. लेकिन पड़े पैमाने पर अनियंत्रित विकास ने राज्य के समुद्र तटों को प्रभावित किया है. विवेक मेनेन्जेस गोवा के मीरामार बीच पर हुए बदलाव के बारे में बताते हैं. वह बड़े पैमाने पर हुए निर्माण की बात करते हैं जिसकी वजह से यहां की विरासतें नष्ट हो रही हैं. साथ ही वह पुर्तगाल के साथ गोवा के विशेष संबंधों और मनोहर पर्रिकर की विरासत की बात भी करते हैं. बतां दें कि हम पणजी में हैं और यहां अपने शो में रोजाना अखबारों पर नजर डालते हैं, कि अखबारों में किस राजनीतिक दल के सबसे ज्यादा विज्ञापन हैं. अखबारों का पहला पन्ना क्या सुर्खियां बटोर रहा है. साथ ही अखबारों के कार्टून किसके निशाने पर हैं? हम यहां से हर दिन सुबह अखबारों की सुर्खियों पर बात करते हैं. यह शो हमारे चुनाव कवरेज का एक हिस्सा है, जो एनएल सेना सीरीज का पार्ट है. हमारे एनएल सेना प्रोजेक्ट को सहयोग दें. Also Read: एक और चुनावी शो: गोवा चुनाव पर क्या कहते हैं यहां के वरिष्ठ प

Morning Show Ep 5 ft Vivek Menezes: What's destroying Goa's beaches?

Goa is known for its pristine beaches. But how has rampant, unchecked "development" impacted the state's coastline? In this episode, author and photographer Vivek Menezes takes us through the changes seen at Miramar beach over the past year, telling us the story of rampant real estate construction that's destroying heritage sites. The big headline of the day is the reelection of António Costa, who is of Goan origin, as the prime minister of Portugal. He's good friends with Narendra Modi and proudly flaunts his OCI card. Vivek explains Goa's special relationship with Portugal, and also the legacy of Manohar Parrikar and why it's a mixed bag. Catch this and more, everyday on Newslaundry . *** This story is part of the NL Sena project which our readers contributed to. It was made possible by Abel Sajaykumar, Devaki Khanna, Subhrajit Chakraborty, Somok Gupta Roy, Sathya, Shubhankar Mondal, Sourav Agrawal, Karthik, Sudarshana Mukhopadhyay, Uma Rajagopalan

Between debts and deficits: Why Nirmala Sitharaman will need to strike a tricky balance in Budget 2022

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The annual budget for fiscal year (FY) 2022-23 will be released tomorrow. This is the second “Covid budget” that finance minister Nirmala Sitharaman will announce. Last year’s budget revealed a record economic contraction of 7.3 percent for FY 2020-21 and an annual deficit that jumped from 4.6 percent to 9.4 percent of the gross domestic product, or GDP. Economic activity picked up in 2021, with the economy expected to grow 9.2 percent for FY 2021-22. But the economy is still precariously placed with the ongoing third wave of the pandemic and the threat of new variants looming large. Covid has stressed government finances worldwide due to increased spending demands coupled with decreased revenues. As a result, countries have accumulated record debt since 2020. This has put renewed focus on sovereign debt and debt sustainability, especially on emerging markets such as India. Fiscal debt and deficit are expected to be a major talking point of this year’s union budget, and possibly t

Editors Guild urges SC-appointed committee to take cognisance of NYT report on Pegasus

After the New York Times reported on the Indian government buying the Pegasus spyware as part of a larger arms deal in 2017, the Editors Guild of India urged a Supreme Court-appointed committee to take cognisance of the report's claims. The committee, headed by retired Justice RV Raveendran, was formed in October to investigate the use of the spyware, developed by Israel's NSO Group, against Indian citizens. In a statement released on Sunday, the guild said it had written to Justice Raveendran in this regard. "The claims in the NYT are in stark contrast to the stance of the Government of India, which has been and continues to be vague and non committal in its response to these extremely serious allegations that whether they purchased the spyware, and more disturbingly, if it was used against Indian citizens, including journalists and civil society members," the statement said. 1/6- The Editors Guild of India notes with deep concern, the claims made in the the

एक और चुनावी शो: गोवा चुनाव पर क्या कहते हैं यहां के वरिष्ठ पत्रकार फ्रेडरिक नोरोन्हा?

आज मॉर्निंग शो में हमारे साथ बतौर मेहमान पत्रकार फ्रेडरिक नोरोन्हा जुड़े हैं. वह सीनियर पत्रकार हैं और गोवा पर कई किताबें लिख चुके हैं. फेडरिक गोवा में बेरोजगारी, सांप्रदायिक राजनीति, धर्मांतरण के मुद्दे, गोवा कैथोलिक समुदाय की चिंताओं सहित कई अन्य मुद्दों पर बात करते हैं. बतां दें कि हम पणजी में हैं और यहां अपने शो में रोजाना अखबारों पर नजर डालते हैं, कि अखबारों में किस राजनीतिक दल के सबसे ज्यादा विज्ञापन हैं. अखबारों का पहला पन्ना क्या सुर्खियां बटोर रहा है. साथ ही अखबारों के कार्टून किसके निशाने पर हैं? हम यहां से हर दिन सुबह अखबारों की सुर्खियों पर बात करते हैं. यह शो हमारे चुनाव कवरेज का एक हिस्सा है, जो एनएल सेना सीरीज का पार्ट है. हमारे एनएल सेना प्रोजेक्ट को सहयोग दें. Also Read: एक और चुनावी शो: चुनाव के बाद भी भाजपा को नहीं दूंगा समर्थन- उत्पल पर्रिकर Also Read: एक और चुनावी शो: पत्रकार को घूस- क्या कह रहे हैं ये गोवा के वरिष्ठ संपादक source https://hindi.newslaundry.com/2022/01/30/goa-elections-2022-another-election-show-senior-journalist-frederich-noronah-politics

Morning Show Ep 4: Why it could be a confusing election in Goa

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On a bright Sunday morning, Atul, Manisha and Meghnad sit with journalist Frederich Noronah to discuss the newspapers of the day. We look at the issue of unemployment in Goa. Frederich tells us about the injection of communal politics in the state, the uniqueness of the Konkani language, the issue of conversion, concerns of the Goan Catholic community and why this will be a very confusing election. He also says it’s irritating when people think all you do in Goa is party and drink. We couldn’t agree more. Catch this and more, everyday on Newslaundry . *** This story is part of the NL Sena project which our readers contributed to. It was made possible by Abel Sajaykumar, Devaki Khanna, Subhrajit Chakraborty, Somok Gupta Roy, Sathya, Shubhankar Mondal, Sourav Agrawal, Karthik, Sudarshana Mukhopadhyay, Uma Rajagopalan, HS Kahlon, Shreya Sethuraman, Vinod Gubbala, Anirban Bhattacharjee, Rahul Gupta, Rejith Rajan, Abhishek Thakur, Rathindranath Das, Farzana Hasan, Animesh Narayan, A J,

सवाल से नाराज बीजेपी प्रत्याशी बेबी रानी मौर्य ने बीच में ही छोड़ा न्यूज़लॉन्ड्री का इंटरव्यू

भारतीय जनता पार्टी की उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. बता दें कि बेबी रानी मौर्य उत्तराखंड की राज्यपाल और आगरा की मेयर भी रह चुकी हैं. बेबी रानी मौर्य ने न्यूज़लॉन्ड्री से महिलाओं और दलितों सहित कई मुद्दों पर चर्चा की. हालांकि इस दौरान एक सवाल पर वह भड़क गईं और बीच में ही इंटरव्यू छोड़कर चली गईं. उत्तरखंड के राज्यपाल का पद छोड़ने की वजह पूछने पर बेबी रानी कहती हैं, "राजनिति में आने का मतलब सेवा करना होता है. मैं जनता की सेवा के लिए यहां आई हूं. मेरा दो साल का कार्यकाल बचा हुआ था. मैं वो त्याग कर अपने ग्रामीण विधानसभा में दलितों, महिलाओं और गरीबों की सेवा के लिए आई हूं." महिलाओं को लेकर अपने चर्चित बयान और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल करने पर बेबी रानी कहती हैं, "मीडिया ने मेरे बयान को पूरा नहीं पढ़ा. बस एक लाइन लेकर उसी को छाप दिया गया. प्रधानमंत्री पिछड़ों, दलितों, महिलाओं और किसानों के लिए जो काम कर रहे हैं ये सुशासन है. इसी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगे बढ़ा रहे हैं. गुंडा राज खत्म हो चुका है इसलिए सुरक्षा भी दुरुस्त है.

Morning Show: High-speed internet as an election issue and Covid deaths in Goa

This morning, the headlines bring the grim news that there have been 20 Covid deaths in Goa within a day﹘many of those who succumbed to the virus were unvaccinated. Meanwhile, the Congress has issued an ad that makes lack of high-speed internet in Goa an election issue. We also tell you all about Goa’s couple candidates. If all 10 of them win, 25 percent of the Assembly will be husband-wife duos. Also, a rundown on candidates with the highest number of criminal cases. BJP’s pitch to fight crime in UP has turned queer in Goa. Catch this and more, everyday on Newslaundry . *** This story is part of the NL Sena project which our readers contributed to. It was made possible by Abel Sajaykumar, Devaki Khanna, Subhrajit Chakraborty, Somok Gupta Roy, Sathya, Shubhankar Mondal, Sourav Agrawal, Karthik, Sudarshana Mukhopadhyay, Uma Rajagopalan, HS Kahlon, Shreya Sethuraman, Vinod Gubbala, Anirban Bhattacharjee, Rahul Gupta, Rejith Rajan, Abhishek Thakur, Rathindranath Das, Farzana Hasan, A

एक और चुनावी शो: इंटरनेट की स्पीड बनी चुनावी मुद्दा और गोवा में कोरोना से एक दिन में 20 मौत

यह हमारा तीसरा मॉर्निंग शो है. आज सुबह एक गंभीर खबर सामने आई कि गोवा में एक दिन के भीतर 20 लोगों की मौत कोरोना से हुई. मरने वाले लोगों में से कुछ लोगों को कोरोना वायरस का टीका नहीं लगा था. इस बीच, कांग्रेस ने एक विज्ञापन जारी किया है कि गोवा में हाई-स्पीड इंटरनेट की कमी है, जिसे कांग्रेस चुनावी मुद्दा बना रही है. इसके अलावा हम आज के एपिसोड में आपको गोवा के युगल उम्मीदवारों के बारे में बताएंगे. अगर ये सभी चुनाव जीत जाते हैं तो विधानसभा में 25 फीसदी विधायक पति-पत्नी होंगे. साथ ही बताएंगे कि किस उम्मीदवार के खिलाफ दर्ज है सबसे अधिक आपराधिक मामले. और यूपी में अपराध के खिलाफ लड़ने वाली बीजेपी की स्थिति यहां क्या है. हम पणजी में हैं और यहां के अखबारों पर एक नजर डालेंगे, कि अखबारों में किस राजनीतिक दल के सबसे ज्यादा विज्ञापन हैं. अखबारों का पहला पन्ना क्या सुर्खियां बटोर रहा है. साथ ही बताएंगे कि अखबारों के कार्टून किसके निशाने पर हैं? हम यहां से हर दिन सुबह अखबारों की सुर्खियों पर बात करेंगे. यह शो हमारे चुनाव कवरेज का एक हिस्सा है, जो एनएल सेना सीरीज का पार्ट है. हमारे एनएल सेना प्रोजेक

Hafta Letters: Metaverse, Newslaundry merchandise, the subscription model

Being a subscriber who wrote 1,000 word letters to you when it was okay back in the day – circa Hafta Ep 100 – I will keep it short. I find vaccine hesitancy in India ridiculous. You would not have 1.5 billion if people had hesitated to take vaccines over the last 50 years. Infant/ female pregnancy mortality would have ensured a population half of what it is today! Tek Fog as a thing though not implausible in the future. Reminds me of a meme, “Anybody who thinks that nurses, scientists...are collaborating on a big conspiracy has never worked on a group project”. Metaverse!!!! If one took an Uncle Niku approach on millennials being lazy and on the phone all the time, metaverse will be here sooner. A pinch of salt approach on the humare zamane mein bs, and metaverse may be a mix. CCS is Carbon Capture and Storage: compressing CO2 from power stations/processes, and transporting it into old reservoirs or mines. With no clue of the effect of putting the CO2 there. Regards, Dhiraj Kri

India bought Israeli spyware Pegasus in $2 billion deal in 2017: NYT report

The Indian government bought Isreali spyware Pegasus as part of a larger arms deal in 2017, according to an investigative report by the New York Times . The report, published on Friday, revealed that in 2017, India and Israel agreed to a $2 billion sale of a “package” of weapons and intelligence gear. It further stated that Pegasus and a missile system were the “centerpieces” of this deal. In April 2017, it was reported that India had inked a $2 billion deal with Israel Aerospace Industries for supply of air defence missiles to the Indian Army. The NYT report reveals how Israel reaped diplomatic gains around the world from NSO’s Pegasus spyware﹘a tool America itself purchased but is now trying to ban. Commenting on how Pegasus has been misused, the report states, “The combination of Israel’s search for influence and NSO’s drive for profits has also led to the powerful spying tool’s ending up in the hands of a new generation of nationalist leaders worldwide. Though the Israeli gove

जंतर मंतर पर विवादों में रही 'हिंदू महापंचायत' के लिए फिर सज रहा है मैदान

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देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंदू महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है. पिछले महीने 17 से 19 दिसंबर तक हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन किया गया. इस दौरान वक्ताओं ने भड़काऊ भाषण दिए. वहीं छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित हुई धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक ब्यान दिया था जिसने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी. इसके चलते उन्हें जेल भी जाना पड़ा. पिछले वर्ष 8 अगस्त को दिल्ली के जंतर मंतर पर एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था. याद होगा इस कार्यक्रम के दौरान मुस्लिम विरोधी नारेबाजी हुई थी. न्यूज़लॉन्ड्री उस समय वहां मौजूद था. हमने उन सभी लोगों की पहचान बताई थी जिन्होंने इस कार्यक्रम में शामिल होकर भड़काऊ नारेबाजी की. इन लोगों ने भीड़ को एकत्र किया और मुस्लिम विरोधी भाषण दिए. यहीं नहीं इस दौरान बिना झिझक के वीडियो बनाए गए और सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारित किए गए. बता दें कि इस कार्यक्रम का आयोजन 'भारत बचाओ आंदोलन' सेव इंडिया फाउंडेशन ने आयोजित किया था. कार्यक्रम में वकील और बीजेपी प्रवक्ता रहे अश्विनी उपाध्याय और उनके साथ स्टेज पर प्रीत सिंह भी मौजूद थे, जो सेव इ